झारखंड के आदिवासियों का अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बगावत का लंबा इतिहास है। इतना ही नहीं आजादी के बाद भी झारखंड अलग राज्य को लेकर लंबे संघर्ष से जो राज्य हासिल हुआ है उसमें कुछ चतुर चालाक लोगों को छोड़...
कांकेर। परसा कोल ब्लॉक संचालन के विरोध में अब सर्व आदिवासी समाज भी सड़क पर उतर चुका है। सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष सोहन पोटाई हजारों समर्थकों के साथ साल्ही पहुंचे हैं। यहां लोगों ने नेशनल हाइवे 130 और...
सिलंगेर (बस्तर)। छत्तीसगढ़ के सिलंगेर में सीआरपीएफ कैंप के खिलाफ एक साल से आंदोलन कर रहे हजारों आदिवासियों ने 17 मई 2022 को विशाल प्रदर्शन किया।
एक साल पहले इसी दिन प्रदर्शन कर रहे आदिवासियों पर सीआरपीएफ के जवानों ने...
2 तथा 3 मई की दरमियानी रात मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के गाँव सिमरिया में जो हुआ वह भयानक था। बाहर से गाड़ियों में लदकर पहुंचे बजरंग दल और राम सेना के गुंडा गिरोह ने पहले घर में...
भोपाल। संयुक्त किसान मोर्चा और अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति मध्यप्रदेश की बैठक ने सिवनी में दो आदिवासियों की हत्या पर तीखे गुस्से का इजहार किया है, हत्या के बाद मध्यप्रदेश के गृहमंत्री द्वारा दिए गए बयान को अत्यंत...
गौमांस के नाम पर मुसलमानों के बाद हिन्दुत्ववादियों की हिंसा का शिकार अब तक आदिवासी अधिक हुए हैं, चाहे वे झारखंड के हों या मध्यप्रदेश के। हमलावरों का कनेक्शन भाजपा से ही रहा है।
हाल की घटनाओं का जिक्र करें...
अंग्रेजों के विरुद्ध चुहाड़ विद्रोह के नायक रघुनाथ महतो का जन्म पुराने समय के बंगाल के जंगल महल (छोटानागपुर) अंतर्गत मानभूम जिले के नीमडीह प्रखंड के एक छोटे से गांव घुंटियाडीह में हुआ था। उनकी पैदाइशी की तारीख 21...
“मैंने अभी इंटरमीडिएट परीक्षा पास की है। मैं स्नातक की पढ़ाई करना चाहता हूँ लेकिन मैं कर नहीं पा रहा हूँ। क्योंकि मुझे सर्टिफिकेट नहीं दिया गया। मेरे माता पिता छत्तीसगढ़ में हैं। मैं आंध्र प्रदेश में शरण लिया...
नारायणपुर (बस्तर)। कलेक्ट्रेट का घेराव करने जा रहे नारायणपुर के आदिवासियों पर भीषण लाठीचार्ज हुआ है। इस लाठीचार्ज में कई आदिवासी गंभीर पूर से घायल हो गए हैं। ये सभी ग्रामीण नारायणपुर और रावघाट माइंस समेत पांचवीं अनुसूची को...
उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर जिले के मड़िहान विधानसभा क्षेत्र में पहाड़ी पर चढ़ते हुए पटेहरा गांव है जहां तमाम मिट्टी के कच्चे घरों में से एक घर जीरा भारती का है, जो पिछले दो दशकों से दलितों औऱ आदिवासियों...