Friday, April 19, 2024

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आदिवासियों को समान नागरिक संहिता से बाहर रखना चाहिए: सुशील मोदी

सोमवार के दिन भाजपा सहित तमाम राष्ट्रीय दलों के प्रतिनिधियों के साथ संसदीय पैनल ने प्रस्तावित समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के विभिन्न पहलुओं पर अपनी-अपनी राय रखी। भाजपा सांसद एवं क़ानूनी मामलों पर संसदीय पैनल के अध्यक्ष सुशील मोदी...

ग्राउंड रिपोर्ट: चुटका गांव के आदिवासियों को पहले बरगी बांध और अब परमाणु परियोजना से उजड़ने का खतरा

मण्डला। मध्यप्रदेश के जबलपुर संभाग का मण्डला आदिवासी बाहुल्य जिला है, जो पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में आता है। जिले की बहुत बड़ी आबादी कृषि पर निर्भर है। लेकिन यहां के आदिवासी समुदाय को जीवनयापन के लिए कड़ा संघर्ष करना...

जनगणना में सरना धर्म को एक विकल्प के रूप में शामिल करने की आदिवासियों की मांग खारिज 

पहले की तरह इस बार के जनगणना फॉर्म में भी धार्मिक विकल्प के लिए मात्र 6 धर्मों का ही विकल्प दिया गया है। अंतिम अनुसूची में सरना एवं लिंगायत धर्म के लिए विस्तृत संहिता को शामिल नहीं किया गया...

ग्राउंड रिपोर्ट: बस्तर के आदिवासी आखिर क्यों अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन के लिए हैं मजबूर?

बस्तर। आदिवासियों की जल-जंगल-जमीन की लड़ाई लंबे समय से चली आ रही है। ऐसी ही एक लड़ाई मौजूदा समय में छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में आदिवासी लड़ रहे हैं। यहां गांव में नये सुरक्षा बल कैंप स्थापित करने और...

ग्राउंड रिपोर्ट: भालू के खौफ के बीच तेंदूपत्ता चुनने की मजबूरी, शोषण और भ्रष्टाचार के चंगुल में आदिवासी

चंदौली, उत्तर प्रदेश। गत सालों में जमसोती गांव के दो अधेड़ बाशिंदों को भालू मारकर खा गया। इसमें से एक घाघर नाम के व्यक्ति को तो भालू ने खौफनाक मौत दी। अगले दिन गांव के किनारे जंगल में सिर्फ...

छत्तीसगढ़: आदिवासी सपेरों की बस्ती पर हमला; घरों के छप्पर गिराए, बारिश में गुजारी रात

बालोद, छत्तीसगढ़। बालोद जिले के वनांचल विकासखंड डौंडीलोहारा के ग्राम पंचायत चिखली के आश्रित केरी जुंगेरा में बीते 8-10 वर्षों से निवास कर रहे आदिवासी सपेरों की बस्ती को उजाड़ने का मामला सामने आया है। बीती रात इलाके में...

जहां हुआ था जंगल सत्याग्रह, वहां 100 साल पूरे होने पर जुटे हजारों आदिवासी

छत्तीसगढ़। धमतरी जिले के बेलर ब्लॉक के गट्टासिल्ली में जंगल सत्याग्रह के 100 साल पूरे होने पर आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों के साथ हजारों आदिवासियों ने सत्याग्रह स्तंभ पर पुष्पांजलि देकर पदयात्रा की। वहीं गट्टासिल्ली के जंगल में तीन...

हसदेव अरण्य बचाने के लिए एक साल से चल रहा धरना, आदिवासी बोले- अब नहीं कटने देंगे एक भी पेड़

सरगुजा। हसदेव में 22 मार्च, 2022 से हसदेव अरण्य बचाने के लिए अनिश्चितकालीन धरना चल रहा है। क्षेत्र के किसान और आदिवासी जल-जंगल, जमीन, आजीविका, पर्यावरण और आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए पिछले एक दशक से...

यूपी: ‘लापता जंगल’ की तलाश में निकले बुलडोज़र ने आदिवासियों के घर-खेत रौंदे

ग्राउंड रिपोर्ट चकिया। उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के चकिया में आदिवासी-वनवासियों समेत कई परिवारों को जंगल में खुले आसमान के नीचे रात गुजारनी पड़ रही है। प्रदेश की योगी सरकार की ओर से उनकी जमीन खाली करवाई जा...

आदिवासियों पर जारी हिंसा पर ‘बस्तर का बहिष्कृत भारत’ नाम से रिपोर्ट जारी

लोक स्वातन्त्र्य संगठन (पी.यू.सी.एल) ने बस्तर में चल रहे आंदोलनों व प्रदर्शनों पर पुलिस की हिंसा तत्काल बंद करने, धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमले करने वालों पर कड़ी कार्यवाही करने, धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ प्रशासनिक अमले व ग्राम सभाओं द्वारा...

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ग्राउंड रिपोर्ट: पुंछ में केसर उत्पादन की संभावनाएं बढ़ीं

जम्मू के पुंछ जिले में किसान एजाज़ अहमद पांच वर्षों से केसर की सफल खेती कर रहे हैं, जिसे जम्मू विश्वविद्यालय ने समर्थन दिया है। सरकार से फसल सुरक्षा की मांग करते हुए, अहमद पुंछ को प्रमुख केसर उत्पादन केंद्र बनाना चाहते हैं, जबकि महिला किसानों ने भी केसर उत्पादन में रुचि दिखाई है।