Saturday, April 20, 2024

चीनी टेनिस खिलाड़ी पेंग शुआई और पत्रकार सोफिया हुआंग के रिहाई की ऐपवा ने की मांग

AIPWA ने एक प्रेस विज्ञप्ति ज़ारी करके चीन की स्टार टेनिस खिलाड़ी पेंग शुआई की आज़ादी तथा पत्रकार व MeToo कार्यकर्ता सोफिया हुआंग शुईकिन (Sophia Huang Xueiqin) की रिहाई की मांग की है। विज्ञप्ति ऐपवा प्रेसीडेंट रति राव, जनरल सेक्रेटरी मीना तिवारी व सेक्रेटरी कविता कृष्णन द्वारा जारी किया गया है।

ऐपवा ने अपने बयान में कहा है कि वह यह जानकर हैरान हैं कि चीन की स्टार टेनिस खिलाड़ी पेंग शुआई (Peng Shuai) अपने वीबो अकाउंट पर पूर्व वाइस प्रीमियर झांग गाओली (Zhang Gaoli) के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न का आरोप पोस्ट करने के बाद हफ्तों से ग़ायब हैं। चीनी सरकार ने मिनटों में उनकी सोशल मीडिया पोस्ट को हटा दिया, लेकिन पेंग शुआई की सेंसरशिप का विरोध करने वाले चीनी नागरिकों के साथ स्क्रीनशॉट वायरल हो गए। 2 नवंबर की पोस्ट के बाद से, पेंग शुआई को सार्वजनिक रूप से नहीं सुना गया है।

ऐपवा ने अपने बयान में आगे कहा है कि हमारा संदेह है कि टेनिस खिलाड़ी को यौन उत्पीड़न की शिकायत के कारण राज्य द्वारा हिरासत में लिया जा रहा है, ऐसे मामलों पर चीन के ट्रैक रिकॉर्ड से भी यह अंदेशा मजबूत होता है। पत्रकार सोफिया हुआंग ज़ुएक्विन, #MeToo आंदोलन में एक प्रमुख व्यक्ति, जिन्होंने चीन में महिलाओं को यौन उत्पीड़न की रिपोर्ट करने में मदद की, को अधिकारियों द्वारा “राज्य सत्ता के तोड़फोड़ को उकसाने” के आरोप में हिरासत में लिया गया है।

ऐपवा ने कहा है कि हम पेंग शुआई के ठिकाने और कुशलक्षेम के स्वतंत्र सबूत और उसके यौन उत्पीड़न के आरोपों की पारदर्शी, स्वतंत्र जांच की मांग करते हैं। साथ ही हम पत्रकार सोफिया हुआंग शुएकिन की रिहाई की मांग करते हैं।

ऐपवा ने अपने बयान में कहा है कि यदि यह एक प्रमुख और लोकप्रिय टेनिस स्टार द्वारा यौन उत्पीड़न की शिकायत की नियति है, तो हम सामान्य महिलाओं की स्थिति की कल्पना कर सकते हैं।

ऐपवा ने चीनी राज्य की भूमिका पर सवाल उठते हुये कहा है कि “चीन में, हम देखते हैं कि राज्य खुद सोशल मीडिया पोस्ट को हटा रहा है, पत्रकारों, नारीवादी कार्यकर्ताओं, मार्क्सवादी छात्रों और श्रमिक आयोजकों, और यौन उत्पीड़न शिकायतकर्ताओं को एक अपारदर्शी और उच्च-न्यायिक प्रणाली के तहत गिरफ्तार या हिरासत में ले रहा है। महिलाओं के लिए यह शत्रुतापूर्ण माहौल अस्वीकार्य है, और हम परिवर्तन की मांग में चीन की महिलाओं और नारीवादी कार्यकर्ताओं के साथ एकजुटता से खड़े हैं।

क्या है पूरा मामला

बता दें कि पेंग शुआई चीन की टेनिस डबल्स की श्रेणी में नंबर वन रैंकिंग की खिलाड़ी रह चुकी हैं। उन्होंने नवंबर की शुरुआत में चीनी सोशल मीडिया साइट वीबो पर एक पोस्ट लिखकर पूर्व वाइस प्रीमियर झांग गाओली पर यौन शोषण का आरोप लगाया था।

उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में आरोप लगाया था कि उन्हें झांग के साथ यौन संबंधों के लिए “मजबूर” किया गया। बता दें कि झांग गाओली साल 2013 से 2018 के बीच चीन के वाइस प्रीमियर थे और शी जिनपिंग के करीबी सहयोगियों में से एक थे।

उनके इस सोशल मीडिया पोस्ट को बाद में सोशल मीडिया से हटा लिया गया था। और इस पोस्ट के बाद से पेंग शुआई को सार्वजनिक रूप से कहीं देखा या सुना नहीं गया है। यानि यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद से ही वह ग़ायब हैं और वह कहां हैं इसका उनक कोई पता नहीं है।

35 वर्षीय पेंग शुआई चीन में टेनिस की दुनिया में एक बड़ा नाम हैं। उन्होंने साल 2013 में विंबलडन में दो ग्रैंड स्लैम और 2014 का फ्रेंच ओपन जीता है। दोनों ही ग्लैंडस्लैम में वे ताइवान की हसीह सु-वेई के साथ खेलीं।

चीनी सोशल मीडिया पर उनके ग़ायब होने की ख़बर के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पेंग शुआई के लिये आवाज़ उठने लगी। विश्व टेनिस एसोसिएशन और टेनिस की दुनिया के प्रमुख लोगों ने इसके बाद ज़ोर-शोर से पेंग के लिए आवाज़ उठाई। दुनिया के नंबर एक पुरुष टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि वह ठीक होंगी।

नाओमी ओसाका ने पेंग के ‘नज़र ना आने’ को लेकर चिंता जताई।

चीन और वैश्विक स्तर पर पेंग शुआई के लिए आवाज़ उठने के बाद चीन की सरकारी मीडिया द्वारा पेंग शुआई का एक ईमेल जारी किया गया जिसमें लिखा है कि “वह घर पर आराम कर रही हैं और यौन उत्पीड़न की ख़बर झूठी थी।”

बुधवार 17 नवंबर को महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) के प्रमुख ने चीनी मीडिया की ओर से जारी उस ईमेल पर संदेह जताया है जिसे टेनिस खिलाड़ी पेंग शुआई का बताया जा रहा है। डब्ल्यूटीए के अध्यक्ष स्टीव साइमन ने एक बयान में कहा है कि उन्हें इस पर “विश्वास करना मुश्किल” है कि ईमेल पेंग या उनकी ओर से लिखा गया।

बुधवार को सामने आए ईमेल का जवाब देते हुए, डब्ल्यूटीए के अध्यक्ष स्टीव साइमन ने कहा कि ये ईमेल “पेंग की सुरक्षा को लेकर मेरी चिंताओं को बढ़ा रहा है। पेंग सुरक्षित हैं इसे लेकर डब्ल्यूटीए और बाकी दुनिया विश्वसनीय प्रमाण चाहते हैं।”

साइमन ने अपने बयान में ये भी दोहराया कि पेंग शुआई के यौन उत्पीड़न के आरोपों की “पूर्ण पारदर्शिता और बिना सेंसरशिप के” जांच होनी चाहिए। महिलाओं की आवाज़ों को सुनने और उसका सम्मान करने की ज़रूरत है, उन्हें सेंसर या निर्देशित करने की ज़रूरत नहीं है।

वहीं खोजी पत्रकार, चीन की प्रमुख MeToo कार्यकर्ता और श्रम अधिकार प्रचारक सोफिया हुआंग शुएकिन भी 19 सितंबर से लापता हैं। वह ग्वांगझू से लंदन की उड़ान से एक दिन पहले लापता हैं। चीन में उनकी सुरक्षा को लेकर भय व्याप्त है, चीनी लोगों में चर्चा है कि सरकार ने उन्हें गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया है।

संयुक्त राष्ट्र ने चीनी टेनिस स्टार पेंग शुआई के ठिकाने के सबूत और सरकारी अधिकारी झांग गाओली के ख़िलाफ़ उसके यौन उत्पीड़न के दावों की जांच की मांग की है।

गौरतलब है कि पेंग शुआई आरोप लगाने के बाद से लापता हैं। चीन के सेंसर ने पोस्ट को हटा दिया और मामले पर कवरेज को अवरुद्ध कर दिया है।

(जनचौक के विशेष संवाददाता सुशील मानव की रिपोर्ट।)

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