Friday, April 19, 2024

यूपी चुनाव: अयोध्यावासियों के लिए अखिलेश यादव की सौगात

अयोध्या में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने जबर्दस्त रोड शो के दौरान कई महत्वपूर्ण एलान किए और देश की गंगा- यमुनी संस्कृति बचाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनी तो अयोध्या की सड़कों के चौड़ीकरण के दौरान जिन व्यापारियों का नुकसान होगा, उन्हें भरपूर मुआवजा दिया जाएगा। पुण्य कार्य के लिए जिन किसानों की जमीन का अधिग्रहण होगा उन्हें सर्किल रेट से छह गुना ज्यादा मुआवजा मिलेगा। अयोध्या नगर निगम हर घर का हाउस टैक्स और पानी का टैक्स भी माफ कर देगा। तीन सौ यूनिट बिजली मुफ्त तो दी ही जाएगी। युवाओं को किसी भी परीक्षा में आयु सीमा में दो साल की छूट दी जाएगी क्योंकि कोरोना ने उनके दो साल बर्बाद कर दिए हैं।

फ़ोटो- अखिलेश यादव फेसबुक पेज

राम की पैड़ी पर अपने विजय रथ से रोड शो के लिए जुटे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और अयोध्या की जनता को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सपा सत्ता में आई तो हम बी.एड और टेट को समाहित कर देंगे। अयोध्या की विरासत की रक्षा करेंगे और इसे विश्व स्तरीय शहर बनाएंगे। उन्होंने उन लोगों के प्रति आगाह कराया जो भगवान श्रीराम के नाम पर सिर्फ लूट मचा रहे हैं और कहा कि ये लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले को अपना फैसला बता रहे हैं।

उन्होंने अय़ोध्या के महत्व के साथ उत्तर प्रदेश के चुनाव को देश का सबसे बड़ा चुनाव बताते हुए समाजवादी पार्टी को मदद करने की अपील की। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत भगवान विष्णु के अवतार भगवान राम, भगवान शिव और राम भक्त और संत गुरु हनुमान को नमन करने के साथ की। उनका कहना था कि बिना भगवान राम की कृपा के कुछ भी संभव नहीं है। यहां इतने सारे लोगों की भीड़ जमा है तो जरूर भगवान राम की कृपा होगी। इसी से संभावना पैदा होती है। उन्होंने अपने पांच साल के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि सपा के अयोध्या से प्रत्याशी पवन पांडेय के सुझाव पर उनकी सरकार ने यहां बिजली के तार भूमिगत किए, दो फ्लाईओवर बनवाए और राम की पैड़ी के पास भजन स्थल का भी निर्माण करवाया।

फ़ोटो- अखिलेश यादव फेसबुक पेज

लेकिन योगी सरकार वहां पर न तो ठीक से धनुष बनवा पाई और न ही तीर लगवा पाई। जो सरकार सौंदर्यीकरण के इतने बुनियादी काम नहीं कर सकती उसे अपने को धार्मिक कहने का अधिकार नहीं होना चाहिए। समाजवादी सरकार के काम गिनाते हुए उन्होंने कहा समाजवादियों ने सबसे तेजी से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे भी समाजवादियों की ही योजना थी। मेट्रो रेल भी हमने शुरू की। समाजवादियों की योजना के कारण ही प्रधानमंत्री का विमान एक्सप्रेस-वे पर उतर पाया। समाजवादियों ने दो साल में एक्सप्रेस-वे बनाया। ये लोग धीरे-धीरे काम करते हैं ताकि इन्हें वोट मिलता रहे।

अखिलेश यादव ने अपने उम्मीदवार पवन पांडेय के लिए वोट मांगते हुए कहा कि अगर समाजवादी पार्टी की सरकार बनी तो पुलिस में भर्ती होगी फौज में भर्ती होगी। अयोध्या में समाजवादी पार्टी की विजय होने जा रही है। उससे उन लोगों की भाप निकल जाएगी जो कहा करते हैं कि दस मार्च के बाद गर्मी निकाल देंगे। उसके बाद उन्होंने योगी सरकार और मुख्यमंत्री योगी पर काफी तंज कसे। अखिलेश ने पूछा कि आपके हाथ में जो स्मार्ट फोन दिखाई दे रहा है उसे बाबा ने तो नहीं दिए हैं? क्योंकि बाबा ने कहा था कि वे एक करोड़ स्मार्ट फोन बांटेंगे। उनकी इस बात पर वहां खड़े लोग हंस पड़े। फिर उन्होंने दूसरा तीर छोड़ा। कहा कि जो मुख्यमंत्री लैपटाप न चला पाए उससे आप क्या उम्मीद करेंगे।

अखिलेश ने योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए पूछा “आपने बाबा का ट्विटर पर शेयर किया गया फोटो देखा? गजब की फोटो है। बाबा पूरब की तरफ देख रहे हैं और भीड़ पश्चिम की ओर देख रही है। बाबा स्मार्ट फोन चलाना ही नहीं जानते तो क्या करेंगे। बाबा मेरे बारे में कहते हैं कि मैं दोपहर 12 बजे सोकर उठता हूं। लेकिन मैंने तो देखा कि सीएम आवास में पुताई वाले जा रहे हैं आजकल। मैंने पूछा कि क्यों जा रहे हैं भाई तो वे बोले कि  धुएं के कारण जो काले काले धब्बे पड़ गए हैं उन्हें छुड़ाने जा रहे हैं।” उन्होंने भाजपा के दूसरे नेताओं पर भी बिना नाम लिए तंज कसा। उनका कहना था कि इनके छोटे नेता छोटा झूठ बोल रहे हैं। इनके बड़े नेता बड़ा झूठ बोल रहे हैं।

फ़ोटो- पवन पांडेय फेसबुक पेज

“इनके एक नेता तो कह रहे थे कि लैपटाप उसे मिलेगा जो इंटर पास करने के बाद 12 वीं पास करेगा।” इस बीच एक बाबा पुलिस के कंटीले तार लगे बैरियर पर चढ़ कर उन्हें देखने की कोशिश कर रहे थे। उन्हें देखकर अखिलेश ने कहा “बाबा क्यों कंटीले तारों में फंस रहे हैं। मेरे पास आइए मैं आपको पूरा सम्मान दूंगा।”

हालांकि अखिलेश यादव अपने रोड शो की पूरी लंबाई कवर नहीं कर पाए क्योंकि दो बजे शुरू होने वाला उनका रोड शो साढ़े चार बजे शुरू हुआ और साकेत महाविद्यालय से पहले ही श्रीराम अस्पताल के पास से ही प्रचार का समय समाप्त हो गया। उनकी पार्टी के झंडे फैजाबाद के फतेहगंज, चौक, खवासपुरा, साहबगंज से लेकर नये घाट तक लहरा रहे थे। जगह-जगह सपा के लोगों ने मंच सजा रखे थे और नेहा राठौर के गीत बज रहे थे। हनुमान गढ़ी पर प्रसाद की दुकान चला रहे ओंकार सिंह ने बताया कि व्यापारी तोड़फोड़ की आशंका से बहुत नाराज है। भाजपा का प्रत्याशी वेद प्रकाश गुप्ता बहुत खराब है। लेकिन लोग दुखी होकर भी वोट भाजपा को ही देंगे क्योंकि यह अयोध्या की प्रतिष्ठा का मामला है।

नए घाट के एक व्यापारी रामभरत जो अखिलेश का रोड शो देखने आए थे उनका कहना था कि जीतेगा तो योगी ही। नए घाट के एक दुकानदार का कहना था कि सब राम भरोसे है। इस चुनाव में कुछ भी हो सकता है। नए घाट के ही पंडित राजबहादुर पांडेय दुकानें टूटने की आशंका से बहुत डरे हुए हैं और नाराज भी हैं। वे चंदन, हवन की सामग्री और जनेऊ वगैरह बेचते हैं। वे भाजपा को वोट देने की बात नहीं करते। उनका कहना है “60,000 रुपए मिलने की बात हो रही है। इतने में कहां दुकान मिलेगी। घर में पत्नी, एक बेटा, दो बेटियां और बेटे की बहू है। बेटा बेरोजगार है। गांव में तीन-चार बीघा खेत है लेकिन उसे सांड़ और छुट्टा जानवर चर जाते हैं।” जब उनसे सवाल किया कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है इससे आप संतुष्ट नहीं हैं तो उनका कहना था, “मेहारू कहत है कि लागत है अब कटोरा लै के रहै का परी। राम मंदिर बनने से भोजन नहीं मिलता।” वे कहते हैं कि `एक बजत बाय लेकिन अब तक कोई बोहनी नहीं हुई है। आखिर पेट कैसे पलेगा।‘

न्यू मेडिकल स्टोर के भास्कर वर्मा भी बहुत नाराज दिखते हैं। सामने से गुजर रहे भाजपा प्रचारकों को संकेत करके कहते हैं प्रत्याशी बहुत बेकार है। लेकिन वोट दे दूंगा, क्योंकि हिंदू का मामला है।

एक दिन पहले अयोध्या में योगी आदित्यनाथ का बड़ा रोड शो था। तमाम दुकानदार कहते हैं कि उसमें दो लाख लोग आए थे। लेकिन योगी को अयोध्या में रोड शो इसलिए करना पड़ा क्योंकि प्रत्याशी बहुत कमजोर है। व्यापारी वर्ग भी बहुत नाराज है। अयोध्या में सुरक्षा बल के जवानों की भारी भीड़ दिखाई दे रही थी। एक तरफ वे वर्दी में ड्यूटी कर रहे थे तो दूसरी ओर सादे कपड़ों में हनुमान गढ़ी पर प्रसाद चढ़ाने के लिए उमड़े हुए थे।

फैजाबाद के फतेहगंज और खवासपुरा में लोग समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी पवन पांडेय के लिए खुलकर बोल रहे थे। उनका कहना था कि हम तो उन्हें जिताने के लिए जुटे ही हैं। कई लोग ऐसे भी मिले जो चाहते थे कि पवन पांडेय जीत जाएं लेकिन वे यह भी मान रहे थे कि सरकार तो योगी की ही बनेगी। कई युवा ऐसे मिले जो कह रहे थे कि सरकार किसी की भी बने हमें तो नौकरी चाहिए। आजकल सरयू भी शांत हैं और चुनावी शोर शराबे के बावजूद अयोध्या फैजाबाद नगरी शांत है। शाम को बाहरी शोर भी थम गया। वह अपने भीतर कुछ मथ रही है। वह बाहरी लोगों के बहुत दबाव में भी दिखती है और उन्हीं पर निर्भर भी रहती है। देखते हैं दस मार्च को वह क्या फैसला सुनाती है?

(अरुण कुमार त्रिपाठी वरिष्ठ पत्रकार हैं और आजकल दिल्ली में रहते हैं।) 

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