Friday, March 29, 2024

स्टेन स्वामी

निजी कोयला खदानें बन गयी हैं आदिवासियों को उजाड़ने का हथियार

आपदा के व्यवसायीकरण के क्या परिणाम होंगे इसका उदाहरण इस आशय में मिल जाएगा कि एक आदिवासी समुदाय अपने पड़ोस में खनन शुरू होने से पहले कैसा था और समय के साथ इसे क्या नुकसान हुआ।  दूबिल, झारखंड के पश्चिम...

घर लौट कर अपनी ज़मीन पर काम करने वाले झारखंडियों की राह में लैंड बैंक और भूमि का डिजिटलीकरण सबसे बड़ी बाधाएं

हमारे प्रवासी कामगारों को जीवन यापन करने के लिए अधिक से अधिक भूमि की आवश्यकता है; लेकिन यहाँ तो मौजूदा भूमि को भी भयावह तरीके से लूटा जा रहा है। ऐसे में प्रवासियों को उनका हक कैसे मिले ? “लैंड बैंक”...

नई उम्मीद और नये संकल्प के साथ लौटें प्रवासी मज़दूर

हम घर जाना चाहते हैं ! प्रवासी मजदूर आज जहां कहीं भी हैं, ज्यादातर की मांग यही है। सवाल है कि उनके घर में स्थितियां कैसी हैं? अपने घर लौटकर आत्मसम्मान और गरिमा के साथ जीने के लिए उन्हें क्या...

About Me

3 POSTS
0 COMMENTS

Latest News

ग्रेट निकोबार द्वीप की प्राचीन जनजातियों के अस्तित्व पर संकट, द्वीप को सैन्य और व्यापार केंद्र में बदलने की योजना

आज दुनिया भर में सरकारें और कॉर्पोरेट मुनाफ़े की होड़ में सदियों पुराने जंगलों को नष्ट कर रही हैं,...