Thursday, April 25, 2024

डॉ. सुरजीत कुमार सिंह

बांग्ला दलित साहित्य का शब्दकोश: डॉ. सुरजीत कुमार सिंह

“तुम जितनी ही सीख लो धनुर्विद्या, अर्जुन सदा तुम्हारा अगूंठा काटता ही रहेगा। क्योंकि उसके सिर पर एकाधिक, द्रोणाचार्यों के वरद हस्त हैं”।। -- ‘लंतराई के एकलव्य’ पूर्वोत्तर के कवि विजय देववर्मा की कविता की लाइनें (इसी पुस्तक के पृष्ठ 126 से)। सुप्रसिद्ध बांग्ला...

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