Friday, March 29, 2024

विजय शंकर सिंह

बलात्कार कानून और हाथरस मामले में प्रशासन की चूक

अंत मे तमाम हंगामों और आरोप-प्रत्यारोप के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस गैंगरेप की जांच सीबीआई को सुपुर्द कर दी। यह निर्णय पहले ही हो जाना चाहिए था फिर भी देर से हुए इस निर्णय का स्वागत है।...

हाथरस गैंगरेप: गांधी, गोडसे और ‘प्रोगाम्ड भक्तगण’

राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कल 3 अक्तूबर को हाथरस गैंगरेप पीड़िता के घर में थे। वे वहां अन्य विपक्षी सांसदों के साथ गैंगरेप की पीड़िता के परिवारीजनों से मिलने गए थे। उनके दिल्ली से हाथरस और फिर, हाथरस...

हाथरस गैंगरेप: पीड़िता के बाद अब परिजनों का सरकारी उत्पीड़न

हाथरस गैंगरेप के मामले में एक महत्वपूर्ण अपडेट यह है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले में स्वतः संज्ञान ले लिया है। पीड़िता की हाथरस जिला प्रशासन द्वारा रात में चुपचाप अंतिम संस्कार कर दिए जाने के बारे में...

बाबरी मस्जिद विध्वंस पूर्व नियोजित था….उमा भारती ने साफ-साफ ली थी ध्वंस की जिम्मेदारी: रिटायर्ड जस्टिस लिब्राहन

बाबरी मस्जिद गिराने के मामले में कल यानी 30 सितंबर, 2020 को स्पेशल सीबीआई कोर्ट, लखनऊ का फैसला आ गया। बाबरी मस्जिद गिराने के लिये कोई भी आरोपी दोषी नहीं पाया गया। उन्हें अदालत ने बरी कर दिया है। स्पेशल...

प्रशासन ने शव का नहीं व्यवस्था का कर दिया अंतिम संस्कार

सुबह जब फेसबुक खोला तो पहली खबर मिली कि हाथरस की गैंगरेप पीड़िता का अंतिम संस्कार रात में ही कर दिया गया। चुपके से किए गए इस अंतिम संस्कार के निर्णय में घर और परिवार के लोग सम्मिलित नहीं...

कृषि महज उपभोग का एक साधन नहीं बल्कि संस्कृति है, इसकी उपेक्षा पूरे देश को पड़ सकती है भारी

2014 के लोकसभा चुनाव में अनेक लोक लुभावन वादों के बीच, किसानों के लिये सबसे प्रिय वादा भाजपा का था, 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करना। साथ ही एमएस स्वामीनाथन आयोग की संस्तुतियों को लागू करना। लेकिन आज...

भगत सिंह का सपना आज़ादी से कहीं आगे साम्राज्यवाद के नाश का था

2018 में, कर्नाटक के चुनाव में प्रधानमंत्री बीदर में अपनी चुनाव रैली कर रहे थे। उन्होंने कहा, "जब शहीद भगत सिंह, बटुकेश्वर दत्त और स्वातन्त्र्यवीर सावरकर आज़ादी की लड़ाई में जेल में थे तो क्या कांग्रेस का कोई नेता...

कानून के जरिए एमएसपी को स्थायी बनाने पर क्यों है सरकार को एतराज?

दुनिया का कोई भी विधि-विधान त्रुटिरहित नहीं रहता। जब भी कोई कानून बनता है तो उसका कुछ न कुछ उद्देश्य होता है, और जब वह कानून किताबों से उतर कर धरातल पर आता है तो उस कानून की कई...

वादा था स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने का, खतरे में पड़ गयी एमएसपी

वादा फरामोशी यूं तो दुनिया भर की सभी सरकारों और राजनीतिक दलों का स्थायी भाव होता है, पर चर्चा उसी की होती है जो वर्तमान में सामने है। 20 सितंबर को राज्यसभा से किसी तरह ध्वनिमत के सहारे सरकार...

दैत्याकारी कॉरपोरेट के जबड़ों के हवाले किसान

कृषि सुधार के नाम पर तीन नए कानून 20 सितंबर, 2020 को राज्यसभा में पास घोषित कर दिये गए। इस बिल को कैसे आनन-फानन में बिना संसदीय औपचारिकताओं को पूरा किये पास कर दिया गया यह तो उस दिन की...

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ग्रेट निकोबार द्वीप की प्राचीन जनजातियों के अस्तित्व पर संकट, द्वीप को सैन्य और व्यापार केंद्र में बदलने की योजना

आज दुनिया भर में सरकारें और कॉर्पोरेट मुनाफ़े की होड़ में सदियों पुराने जंगलों को नष्ट कर रही हैं,...