Saturday, April 20, 2024

पीएम मोदी के जन्मदिन उर्फ नौजवानों के ‘राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस’ पर खुली चिट्ठी

प्रधानमंत्री मोदी जी, 

आपको जन्मदिन की शुभकामना !

जीवन के 70 वर्ष मुबारक!

उम्मीद है आज आप थोड़ा समय निकालकर, अपने अतीत के पन्ने पलटेंगे और आत्मचिंतन करेंगे कि आपने देश के भविष्य को और देश की युवा पीढ़ी के भविष्य को आज कहाँ पहुंचा दिया है।

वे नौजवान जो आपके लिए “मोदी मोदी” करते नहीं थकते थे, जो आपको सत्ता में ले आये, वे आज आपके जन्मदिन के अवसर पर “राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस” और ” जुमला” या ” झूठ दिवस ” क्यों मनाने को मजबूर हैं।

यह सब उनके लिए एक सुहाने सपने के टूटने का दर्द है, जी हाँ, वही सपने जो आपने मनमोहन सिंह सरकार को रोजगार विहीन विकास के लिए घेरते हुए दिखाये थे,

–हर साल 2 करोड़ रोजगार का सपना, 

–भारत को चीन की तरह दुनिया का मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने का सपना, 

–मेक इन इंडिया-स्टार्टअप इंडिया-स्किल इंडिया से भारत को रोजगार से भर देने का सपना, 

–भारत के डेमोग्राफिक डिविडेंड का इस्तेमाल करते हुए देश को विश्वगुरु बनाने का सपना !

आज वे सारे सपने धूल धूसरित हैं। आज आप आत्मनिर्भर भारत का जुमला उछालते हैं, तो नौजवानों को लगता है आप उनका मजाक उड़ा रहे हैं, जब आप पकौड़ा तलने की बात करते हैं तो उन्हें लगता है कि आप उनके जले पर नमक छिड़क रहे हैं।

6 साल में 12 करोड़ नए रोजगार आप देने वाले थे और CMIE के अनुसार 12 करोड़ रोजगार 6 महीने में चले गए, जिसमें 2 करोड़ वैतनिक नौकरियाँ हैं।

बेरोजगारी दर, अकल्पनीय, न भूतो न भविष्यति, आज़ाद भारत के इतिहास में पहली बार 9.1 % !!

40 लाख सरकारी पद खाली

नए पदों के सृजन पर रोक

निजीकरण द्वारा नौकरियों का खात्मा

गुजरात मॉडल पर अब UP में भी शुरू के 5 साल संविदा पर नौकरी

चारों ओर आउटसोर्सिंग, ठेका का बोलबाला

अव्वलन तो अब आप रोजगार के सवाल पर, नौजवानों के सवाल पर बोलते ही नहीं, 90 मिनट के 15 अगस्त के भाषण में एक शब्द नहीं, आप की सरकार के बजट भाषण में एक शब्द नहीं, राष्ट्रपति के अभिभाषण में एक शब्द नहीं !

जब बोलते हैं तो मजाक उड़ाते हैं, तंज करते हैं, पूरे issue को dilute और trivialise करते हैं !

कभी पकौड़े तलने की बात कर देते हैं, कभी कहते हैं कि जो दलाली में नाकाम हैं वे बेरोजगारी का सवाल उठाते हैं, कभी विपक्षी नेताओं पर व्यंग्य कर देते हैं कि आपकी बेरोजगारी कभी खत्म नहीं होने दूंगा।

क्या बेरोजगार नौजवान विपक्ष के नेताओं के रोजगार के लिए लाठी खा रहे और लहूलुहान हो रहे हैं । यह आपकी शातिर diversion की style है।

बहरहाल, अब ये सब नुस्खे पुराने पड़ चुके। छात्र-युवा अब इस सब से झांसे में आने वाले नहीं। 

नौजवान अब आपसे ही सीखकर आपको सबक सिखाने का मन बना चुके हैं।

रोजगार संकट भारत में आज एक Ticking टाइम बम है।

मैं यह तो नहीं कहूँगा कि ” बेरोजगार नौजवान आपको घर से बाहर नहीं निकलने देंगे” लेकिन यह तय है कि आपके कार्यकाल के बचे अगले साढ़े तीन साल नौजवान अब आपको चैन से नहीं बैठने देंगे।

पुनः आपको जन्मदिन की शुभकामना देते हुए बस यही कामना करता हूँ कि आपको सद्बुद्धि आये।

नौजवानों से टकराव से बाज आएं!

सबके लिए रोजगार की गारण्टी करें!

वरना,

तुम रोक न उसको पाओगे,

वह तूफान बन कर आएगा ।

आज का बेरोजगार युवा,

तुम्हारा राज उड़ा ले जाएगा!

(लाल बहादुर सिंह इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष रहे हैं और आजकल लखनऊ में रहते हैं।)

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

अपरेंटिसशिप गारंटी योजना भारतीय युवाओं के लिए वाकई गेम-चेंजर साबित होने जा रही है

भारत में पिछले चार दशकों से उठाए जा रहे मुद्दों में बेरोजगारी 2024 में प्रमुख समस्या के रूप में सबकी नजरों में है। विपक्षी दल कांग्रेस युवाओं के रोजगार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वहीं भाजपा के संकल्प पत्र में ठोस नीतिगत घोषणाएँ नहीं हैं। कांग्रेस हर शिक्षित बेरोजगार युवा को एक वर्ष की अपरेंटिसशिप और 1 लाख रूपये प्रदान करने का प्रस्ताव रख रही है।

ग्राउंड रिपोर्ट: रोजी-रोटी, भूख, सड़क और बिजली-पानी राजनांदगांव के अहम मुद्दे, भूपेश बघेल पड़ रहे हैं बीजेपी प्रत्याशी पर भारी

राजनांदगांव की लोकसभा सीट पर 2024 के चुनाव में पूर्व सीएम भूपेश बघेल और वर्तमान सांसद संतोष पांडेय के बीच मुकाबला दिलचस्प माना जा रहा है। मतदाता सड़क, पानी, स्वास्थ्य, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों को प्रमुखता दे रहे हैं, जबकि युवा बेरोजगारी और रोजगार वादों की असफलता से नाराज हैं। ग्रामीण विकासपरक कार्यों के अभाव पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं।

वामपंथी हिंसा बनाम राजकीय हिंसा

सुरक्षाबलों ने बस्तर में 29 माओवादियों को मुठभेड़ में मारे जाने का दावा किया है। चुनाव से पहले हुई इस घटना में एक जवान घायल हुआ। इस क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय माओवादी वोटिंग का बहिष्कार कर रहे हैं और हमले करते रहे हैं। सरकार आदिवासी समूहों पर माओवादी का लेबल लगा उन पर अत्याचार कर रही है।

Related Articles

अपरेंटिसशिप गारंटी योजना भारतीय युवाओं के लिए वाकई गेम-चेंजर साबित होने जा रही है

भारत में पिछले चार दशकों से उठाए जा रहे मुद्दों में बेरोजगारी 2024 में प्रमुख समस्या के रूप में सबकी नजरों में है। विपक्षी दल कांग्रेस युवाओं के रोजगार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, वहीं भाजपा के संकल्प पत्र में ठोस नीतिगत घोषणाएँ नहीं हैं। कांग्रेस हर शिक्षित बेरोजगार युवा को एक वर्ष की अपरेंटिसशिप और 1 लाख रूपये प्रदान करने का प्रस्ताव रख रही है।

ग्राउंड रिपोर्ट: रोजी-रोटी, भूख, सड़क और बिजली-पानी राजनांदगांव के अहम मुद्दे, भूपेश बघेल पड़ रहे हैं बीजेपी प्रत्याशी पर भारी

राजनांदगांव की लोकसभा सीट पर 2024 के चुनाव में पूर्व सीएम भूपेश बघेल और वर्तमान सांसद संतोष पांडेय के बीच मुकाबला दिलचस्प माना जा रहा है। मतदाता सड़क, पानी, स्वास्थ्य, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों को प्रमुखता दे रहे हैं, जबकि युवा बेरोजगारी और रोजगार वादों की असफलता से नाराज हैं। ग्रामीण विकासपरक कार्यों के अभाव पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं।

वामपंथी हिंसा बनाम राजकीय हिंसा

सुरक्षाबलों ने बस्तर में 29 माओवादियों को मुठभेड़ में मारे जाने का दावा किया है। चुनाव से पहले हुई इस घटना में एक जवान घायल हुआ। इस क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय माओवादी वोटिंग का बहिष्कार कर रहे हैं और हमले करते रहे हैं। सरकार आदिवासी समूहों पर माओवादी का लेबल लगा उन पर अत्याचार कर रही है।