Thursday, April 25, 2024

Brahminism

भारत के वॉल्टेयर(पेरियार)किताब: हिंदी पट्टी के लिए एक बौद्धिक पूंजी

‘पेरियार ई. वी. रामासामी, भारत के वॉल्टेयर’ किताब रूप में लेखक ओमप्रकाश कश्यप ने हिंदी पट्टी को एक बड़ी बौद्धिक पूंजी सौंपी है, जिसकी हिंदी पट्टी को बहुत जरूरत थी। सामाजिक तौर पर हिंदी पट्टी भारत के सबसे पतनशील सांस्कृतिक-वैचारिक...

जसम ने दी दलित लेखक सूरजपाल चौहान को श्रद्धांजलि, कहा- लेखन में खुद को भी नहीं बख्शते थे सूरजपाल

सांस्कृतिक संगठन जन संस्कृति मंच ने सूरज पाल सिंह चौहान के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। संगठन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सूरजपाल चौहान उन महत्वपूर्ण रचनाकारों में हैं, जिन्होंने भेदभाव और...

गांव नहीं, ये ब्राह्मणवादी वर्चस्व के सामंती किले हैं!

हाथरस में पीड़िता के गांव में कल दो तस्वीरें देखने को मिलीं। एक तरफ पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत चौधरी को पुलिस घेर कर मार रही थी।कार्यकर्ता अगर बचाते नहीं तो शायद उनकी हड्डी-पसली एक हो...

जन्मदिन विशेषः पेरियार ललई सिंह यादव थे बुद्ध, पेरियार और आंबेडकर की वैचारिकी के वाहक

कांग्रेस (1885) द्वारा ब्रिटिश सत्ता के खिलाफ संघर्ष शुरू करने से करीब एक दशक पहले जोतीराव फुले (11 अप्रैल, 1827-28 नवंबर, 1890) ने वर्ण-जाति व्यवस्था और पितृसत्ता के खिलाफ संघर्ष की शुरुआत कर दी थी। 1873 में प्रकाशित फुले...

मुझे कोरोना से ज़्यादा अपने प्रधानमंत्री से डर लगता है!

कोरोना भूखा नहीं मारता। रोड पर बच्चे नहीं जनवाता । बाल मज़दूर नहीं रखता जो मां और बाप की गोद पाने की आस में सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलते हैं और खाली पेट मर जाते हैं , घर पहुंचने से...

शोधः पश्चिम बंगाल में तृणमूल, भाजपा, माकपा में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव

वाराणसी। शोध छात्रा प्रोमा रे चौधरी ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि पश्चिम बंगाल के तीन प्रमुख राजनीतिक दलों में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव है। जहां तृणमूल कांग्रेस नेता केंद्रित पार्टी है और वहां पर केवल निचले...

शाहीन बाग से शुरू हुआ पढ़ने-पढ़ाने का भी आंदोलन

शाहीन बाग़ में किताबों का जो एक पौधा रोपा गया था, वो पेड़ की शक़्ल अख़्तियार कर रहा है। उसकी एक जड़ हौज़ रानी के गांधी पार्क में फूटी है, जैसे कि शाहीन बाग़ के आंदोलन की जड़ें यहां-वहां...

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प्रधानमंत्री की भाषा: सोच और मानसिकता का स्तर

धरती पर भाषा और लिपियां सभ्यता के प्राचीन आविष्कारों में से एक है। भाषा का विकास दरअसल सभ्यता का...