इतिहास पुनर्लेखन या इतिहास का पुनर्मिथकीकरण- भाग 1

वर्गों में समाज-विभाजन से अस्तित्व में आये ‘सभ्यता’ के इतिहास के हर युग में ‘ज्ञान’ सामाजिक वर्चस्व का एक प्रमुख…

भारत में यूरोपीय ढंग के राष्ट्रवाद की विकास यात्रा

इन दिनों ‘दि इंडियन एक्सप्रेस’ में हिंदू राष्ट्रवाद के उदय एवं प्रभुत्व पर योगेन्द्र यादव, सुहास पलसीकर एवं अकील बिलग्रामी…

दाल देख और दाल का पानी देख !

रोटी के साथ दाल मिलना भी अब नसीब की बात है। आज की ताजा खबर है कि बाजार में दाल…

बागेश्वर धाम सरकार में भारत सरकार; हिन्दुत्ववादी साम्प्रदायिकता और कॉर्पोरेट का विधिवत पाणिग्रहण

कई बार वास्तविकता को उजागर करने के लिए  उसे शब्दों में सूत्रबद्ध करना जरूरी नहीं होता, परिस्थितिजन्य साक्ष्य काफी होते…

भारतीय राजनीति में दो समानांतर विचारधाराओं का सह अस्तित्व

देश की राजनीति और राज्य व्यवस्था का स्वरूप धीरे-धीरे अलग दिशा में बढ़ रहा है। यहां पर दो तरह की…

नागपुर ही है केजरीवाल का भी राजनीतिक-वैचारिक मक्का !

अरविंद केजरीवाल राजनीतिक अवसरवाद के सबसे बड़े नमूने हैं। उन्हें न तो विचारधारा की कोई सीमा बांध सकती है और…

बाबासाहेब अम्बेडकर: हिन्दू दक्षिणपंथी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

हाल (दिसंबर 2025) में संसद में चर्चा के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने अपने भाषण में एक ओर बाबासाहेब अम्बेडकर…

डॉ आंबेडकर और सनातन संस्कृति-1: अमित शाह के गले में किसकी आवाज? 

बीते 17 दिसंबर यानी मंगलवार को भारत के गृह मंत्री अमित शाह द्वारा राज्यसभा में दिए गए डॉ भीमराव आंबेडकर…

सावरकर के ‘हिंदुत्व’ को डॉक्टर अम्बेडकर ने सिर्फ असंगत नहीं, देश के लिए खतरनाक भी बताया था!

संसद के शीतकालीन सत्र में ‘संविधान के 75 वर्ष’ के गौरवशाली मौके पर लोकसभा में दो दिनों की बहुत जीवंत…

न्यायपालिका और हिन्दुत्व वर्चस्ववादी परियोजना 

दुनिया में जनतंत्र पर मंडराते खतरों की तरफ हाल के समय में बार-बार लिखा गया है। जानकारों ने इस बात…