Wednesday, April 17, 2024

intellectual

स्व-श्रेष्ठता के दंभ में हर किसी को खारिज करने के खतरे

अभी हाल की बात है, एक दिन मैंने अपने फेसबुक पेज पर दक्षिणपंथी खेमे के एक वरिष्ठ संपादक की असमय मौत पर दुख प्रकट करते हुए संक्षिप्त श्रद्धांजलि-लेख लिखा। इस पर कुछ ‘वामपंथी’ और ‘समाजवादी’ किस्म के बुद्धिजीवी खासे...

रायपुर: राजसत्ता के दमन, काले कानूनों की वापसी और राजनैतिक बंदियों की रिहाई को लेकर प्रदर्शन

बस्तर/रायपुर। राज्य-सत्ता के दमन, काले कानूनों की समाप्ति, राजनैतिक बंदियों की रिहाई आदि  मांगों पर लोकतंत्र की रक्षा के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत कल रायपुर बूढ़ा तालाब धरना स्थल में प्रदेश के जनवादी संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से...

कोरोना में मारे गए लोगों की याद में हर रविवार कैंडल जलाने की अपील

देश भर के बुद्धिजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और समाज के अलग-अलग संवेदनशील तबकों से जुड़े लोगों ने साझे रूप से Covid-19 और अन्य सन्दर्भों में मारे गए लोगों का शोक मनाने का एक अभियान शुरू किया है। इसके तहत हर...

संस्मरण: नहीं रहे हरियाणा के जनबुद्धिजीवी डीआर चौधरी

शिक्षाविद, चिंतक, लेखक और हरियाणा लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष रहे दिल्ली विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त प्रोफेसर और 'पींग' साप्ताहिक के संस्थापक संपादक दौलत राम चौधरी  हमारे बीच नहीं रहे। उनका बीती रात रोहतक में उनके निवास पर निधन हो...

मोदी विरोध और मोदी समर्थन की एक जैसी दुत्कार!

कॉर्पोरेट खेमे के प्रखर पब्लिक इंटेलेक्चुअल प्रताप भानु मेहता की अशोका यूनिवर्सिटी से मोदी के इशारे पर हुई छुट्टी को मशहूर स्तंभकार तवलीन सिंह के अपमानित होकर मोदी कैंप से बाहर किये जाने के प्रसंग से भी समझा जा...

वार्ता का एक और दौर आज: सकारात्मक नहीं हैं सरकार की तरफ से संकेत

तीन नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों की जहां एक ओर 4 जनवरी को सरकार के साथ एक बार फिर बातचीत होने वाली है, वहीं दूसरी ओर कृषि मंत्रालय के एक...

राजनीति को नया रास्ता दिखाता किसान आंदोलन और हिंदी-भाषी क्षेत्र की खतरनाक जड़ता

एक बनता हुआ राष्ट्र अगर भारत जैसा विशाल, विविधता और इस कदर असमानता-ग्रस्त हो तो उसकी चुनौतियां बड़ी और जटिल हो जाती हैं। आज के भारत में बेरोजगारी-बेहाली-महामारी का संकट सिर्फ प्रशासकीय कारणों से नहीं है। इसके मूल में...

भीमा कोरेगांव से जुड़े एक्टिविस्टों ने भी मिलायी किसानों के साथ आवाज़, जेल में रखा उपवास

किसानों को गुलाम बनाने की केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एल्गार परिषद  भीमा कोरेगांव केस में तलोजा जेल में बंद सामाजिक कार्यकर्ताओं-बुद्धिजीवियों ने आज 23 दिसंबर को किसान दिवस के अवसर पर सांकेतिक उपवास किया। इसके जरिये इन...

डिग्री नहीं हो सकती है प्रशासनिक क्षमता और बौद्धिकता का पैमाना

तुलनात्मक अध्ययन करते समय विवेकशील व्यक्ति तर्क का सहारा लेता है। तुलनात्मक अध्ययन की परिभाषा भौतिक शास्त्र में दी हुई है:- एक ही वायुमंडलीय दबाव  तथा ताप पर वस्तुओं के गुणों का आकलन तुलनात्मक अध्ययन  है अर्थात जब हम...

रेसिज़्म के ख़िलाफ़ संघर्ष बने एंटी रेप मूवमेंट का आधार: एंजला इवान डेविस

(प्रसिद्ध अमेरिकी बुद्धिजीवी एंजला इवान डेविस (76) का पूरा जीवन जेंडर, रेस, क्लास, वॉर आदि विभिन्न मुद्दों पर सक्रिय एक्टिविज़्म, लेखन और शिक्षण से जुड़ा रहा है। अपनी इसी सक्रियता के कारण उन्हें कुछ समय जेल में भी गुज़ारना...

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लोकतंत्र में चुनाव लघुता का पर्व और गर्व होता है, प्रभुता का पर्व और प्रसाद नहीं‎

लोकतंत्र में चुनाव सबसे बड़ा पर्व होता है, लोकतंत्र का पर्व। लोकतंत्र का पर्व असल में किस का पर्व...