life
संस्कृति-समाज
दर्द जिंदगी का सच है, वही जोड़ कर रखे हुए है हम सबको
Janchowk -
दर्द से मेरा दामन भर दे..!
अजीब सा ख़्याल है ना, लोग देवताओं से दुआ मांगते हैं कि उनका दामन ख़ुशियों से भरा रहे हमेशा, और ये गा रही हैं- 'दर्द से मेरा दामन भर दे या अल्लाह'। फिर भी जाने क्यों लता की...
संस्कृति-समाज
उदास ज़िन्दगी में मसखरी की जगह
हंसी को लेकर आप गंभीर नहीं तो यह ज़रूर जान लें कि आम तौर पर 23 साल की उम्र के आस-पास लोगों का हास्य बोध घटने लगता है। मांसपेशियों के कमज़ोर होने और आंखों की रोशनी के घटने से...
बीच बहस
हिंदुओं, अपने भीतर झांको
Janchowk -
व्यक्ति हो, धर्म हो या राष्ट्र, जब अपनी कमियों को जानने-समझने और सुधारने का काम छोड़ कर दूसरों की कमियों को उजागर करने लगता है तो समझना चाहिए कि उसके आगे बढ़ने का रास्ता अवरुद्ध हो चुका है। क्योंकि...
जलवायु
ग्राउंड रिपोर्टः धुंआ और राख के बीच घुटती लाखों जिंदगियां
‘‘जब मेरे इलाके में फैक्ट्रियां लगनी शुरू हुई थीं, तो मेरी उम्र लगभग 40 साल थी। मेरे गांव वाले बहुत खुश थे कि अब हमें रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा। हमारे इलाके में नये-नये अस्पताल...
ज़रूरी ख़बर
देवगौड़ा की जीवनी के जरिये समाज और राजनीति का इतिहास
उर्मिलेश -
पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा को मैंने संसद भवन, राष्ट्रीय राजधानी या देश के किसी अन्य हिस्से में आयोजित समारोहों या कार्यक्रमों में देखा और सुना है। किसी संकोच के बगैर कह सकता हूं कि ज्यादातर उत्तर-भारतीय लोगों की...
बीच बहस
हिंदी का लेखक-प्रकाशक विवाद: साहित्य और जीवन के भ्रम और यथार्थ
सोशल मीडिया पर हिंदी के लेखकों और प्रकाशकों के बीच संबंध के बारे में अभी जो बहस उठी है, वह जितनी दिलचस्प है, उतनी ही विचारोत्तेजक भी है। इसमें एक प्रकार से हिंदी साहित्य और पाठकों के बीच के...
बीच बहस
स्वास्थ्य बजट: कोरोना से नहीं लिया सरकार ने कोई सबक
वित्तीय वर्ष 2022-23 के स्वास्थ्य बजट से इस क्षेत्र के जानकार आहत,दुःखी और आक्रोशित हैं। पूर्व स्वास्थ्य सचिव भारत सरकार के. सुजाता राव कहती हैं- "कोविड-19 के कारण 30 लाख लोगों की मृत्यु होने का अनुमान है जो किसी...
ज़रूरी ख़बर
जन्मदिन पर विशेष: भविष्य की दुनिया की पेरियार की परिकल्पना
Janchowk -
(आज रामासामी पेरियार का जन्मदिन है, भारत को आधुनिक राज्य बनाने में जितनी भूमिका डॉ. आंबेडकर की है, उतनी ही पेरियार की भी है। अपनी-अपनी भूमिका में दोनों महान हैं। डॉ. आंबेडकर साधारण परिवार से आए थे, अपने श्रम,...
ज़रूरी ख़बर
‘राष्ट्रीय पोषण सप्ताह’ का सरकारी ढोंग बनाम भूख से मरती मुल्क की 19 करोड़ जनता
भारत में सन् 1982 से 1 सितम्बर से 7 सितम्बर तक एक सप्ताह ‘राष्ट्रीय पोषण सप्ताह’ मनाने की शुरूआत की गई है। सरकारी दावे के अनुसार इस सप्ताह को मनाने का मुख्य उद्देश्य आम जनता में पोषण के बारे...
पहला पन्ना
जीने के मूल अधिकार में भोजन और अन्य बुनियादी सुविधाओं का अधिकार शामिल: सुप्रीम कोर्ट
उच्चतम न्यायालय ने अपने महत्वपूर्ण आदेश में कहा है कि देश भर के तमाम राज्य वन नेशन वन राशन कार्ड की स्कीम 31 जुलाई तक लागू करें। जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एमआर शाह की पीठ ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 21 में...
Latest News
स्मृति शेष: सत्यजीत राय- वह जीनियस फ़िल्मकार जिसने पहली फिल्म से इतिहास रचा
सत्यजित राय देश के ऐसे फ़िल्मकार हैं, जिनकी पहली ही फ़िल्म से उन्हें एक दुनियावी शिनाख़्त और बेशुमार शोहरत...
You must be logged in to post a comment.