Thursday, March 28, 2024

Mohan bhagwat

बैंकॉक जाकर जागे, हिन्दू छोड़ आर्य को धावे

हिन्दू धर्म की धार्मिक परंपराओं में से एक यह भी है कि जब किसी तीर्थ स्थल पर जाया जाता है, या किसी को गुरु बनाया जाता है तब किसी एक वस्तु का त्याग कर दिया जाता है। जैसे जो भी...

दशहरा भागवत; जगे हुये और जगाने वालों पर साधे निशाने 

हर दशहरे को नागपुर में दिये जाने वाले आरएसएस प्रमुख के व्याख्यान में इस बार कहने को काफी कुछ था। एशियाई खेलों में खिलाड़ियों द्वारा जीते गए पदकों की गिनती थी, जी-20 के आयोजन में यजमानी से छक कर...

क्या संघ का हृदय-परिवर्तन हो गया है?

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कल 26 सितंबर, 2023 को लखनऊ में एक कार्यक्रम में कहा "मुस्लिम भी हमारे ही हैं, संघ का कोई पराया नहीं, बस उनकी पूजा पद्धति बदल गई है। यह देश उनका...

भागवत की नई भागवत: मुंह में जाति शोषितों का सम्मान बगल में मनु

आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत ने अपने ताजा बयान से एक नयी भागवत कथा की शुरुआत कर दी है। हाल ही में एक आयोजन में उन्होंने कहा कि "हमने साथी मनुष्यों को सामाजिक व्यवस्था के तहत पीछे रखा। उनकी जिंदगी जानवरों...

द्रविड़ आंदोलन को शक की निगाह से क्यों देखते थे डा. अंबेडकर

इस समय पूरे देश में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म के बारे में एक सभा में की गई टिप्पणी पर चर्चा चल रही है। इसमें उसने सनातन धर्म में व्याप्त जातिगत...

मोहन भागवत ने कहा कि हमने दो हजार वर्षों तक असमानता का व्यवहार किया…यह ‘हम’ कौन है: प्रियांक खड़गे

(कर्नाटक के सूचना प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी तथा ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री प्रियांक खड़गे द्वारा सनातन धर्म पर उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणियों का समर्थन करने को लेकर उत्तर प्रदेश में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।...

आरएसएस की बांझ विचारधारा के पास नहीं हैं लेखक, वैज्ञानिक और अवधारणाएं

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की बांझ विचारधारा है, उसमें रहकर सृजन और कला-सृजन संभव नहीं है। संघ में रहकर मुनाफा पैदा कर सकते हो, मोटा धन कमा सकते हो, एक के तीन बना सकते हो। अच्छे गुण्डे, माफिया...

धर्मग्रंथों की समीक्षा का ऐलान कर क्या दिखाना और क्या छिपाना चाहते हैं, मोहन भागवत

‘जाति भगवान ने नहीं, पंडितों ने बनाई है’ जैसे बयान के बाद इत उत खड़ा हुआ तूमार अभी थम भी नहीं पाया था कि आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत एक नयी थीसिस लेकर आ गए हैं। इस बार उनके...

जाति पर मोहन भागवत का सिद्धांत, ‘नई बोतल में पुरानी शराब’

‘‘मैं (ईश्वर) सभी प्राणियों में हूं। नाम या रंग चाहे कोई भी क्यों न हो, सबकी काबिलियत एक सी है और सबका बराबर सम्मान है। सब मेरे हैं। धर्मग्रंथों के अनुसार कोई ऊंचा या नीचा नहीं है। पंडित जो...

समलैंगिक पार्टनर्स के बीच विवाह को मिले कानूनी मान्यता

हमारी परंपरा समलैंगिक विवाह के विरुद्ध कभी नहीं रही। जिस समय सबरीमला विवाद चल रहा था, सभी को पहली बार मालूम हुआ कि विवादित मंदिर अयप्पा नामक एक देवता का था। कौन थे दक्षिण भारत में पूजे जाने वाले...

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अमर्त्य सेन लेखकों-पत्रकारों को लंबे समय तक कैद में रखने का किया विरोध

नई दिल्ली। नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन सहित देश-विदेश के कई प्रसिद्ध शिक्षाविदों ने भारत में “बड़ी संख्या में...