नेहरू और वैज्ञानिक सोच: हर तरह की विद्रूपताओं के खिलाफ सटीक जंग की दीर्घकालिक रणनीति 

भारत के पहले प्रधानमंत्री,पंडित जवाहरलाल नेहरू केवल एक राजनेता नहीं थे, बल्कि विज्ञान और तर्क की सोच के प्रबल समर्थक…

धर्म पर धर्मांधता का नशा हावी : अराजक तत्वों के हौसले बुलंद

धर्म पर धर्मांधता हावी है। क्या धर्म यह सिखाता है कि राह चलते किसी के साथ मारपीट की जाय। क्या…

कार्ल मार्क्स : मार्क्सवादी चिंतन में जाति,धर्म,वर्ग का प्रश्न, बदलाव और उसकी चुनौतियां

कार्ल मार्क्स पर बात हम एक सवाल से शुरू करते हैं। कार्ल मार्क्स की वह कौन सी प्रस्थापनाएं हैं जो…

वफ़ादारी की अदालत में मज़हब का कटघरा

हर बार जब सरहद पार से कोई ख़बर आती है, इस मुल्क़ का मुसलमान सांस थाम लेता है। दिल की…

पहलगाम हमला और राजनीति

हमले के धार्मिक पहलू 22 अप्रैल कश्मीर के पहलगाम में एक हमला हुआ टूरिस्टों पर। 26 लोगों की हत्या। एक…

चार साल देर के बाद भी भारत की जनगणना क्यों रुकी पड़ी है? 

भारतीय जनगणना अधिनियम-1948 के तहत हमारे देश में हर दस साल के अंतराल पर राष्ट्रीय जनगणना कराने का प्रावधान है।…

‘महाकुंभ’ में डुबकी न लगाने का साहस कर, राहुल गांधी ने वह काम कर दिखाया, जिसकी हिम्मत नेहरू-गांधी भी नहीं जुटा पाए थे 

मानव जाति के इतिहास में दो तरह के नेता हुए हैं, एक तरह के वे जो जनता की पिछड़ी भावनाओं,…

विश्व में डंका और महाकुम्भ का दम्भ

हमारा प्यारा भारत देश इन दिनों वृहत्तर परेशानियों से घिरता जा रहा है। कहां 2014 से लेकर 2023 तक कथित…

महाकुम्भ के जुनून में आदिवासी बच्चा घर से भागा

महाकुम्भ का जनप्रवाह देखकर नाज़ुक मन वाले बच्चों पर इसका नशा तारी है। वे पाप पुण्य नहीं जानते। गंगा नदी…

श्री रामकृष्ण परमहंस: “जतो मत, ततो पथ”, यानी धार्मिक विविधता की स्वीकृति का दर्शन

श्री रामकृष्ण परमहंस (1836–1886) उन्नीसवीं सदी के भारतीय संत और आध्यात्मिक गुरु थे, जिन्होंने सभी धर्मों की एकता पर विशेष…