Friday, March 29, 2024

secularism

कोश्यारी ने एक बार फिर खुद को नालायक साबित किया है!

संविधान की अनदेखी कर मनमाने तरीके से काम करने और अपने सूबे की सरकार के लिए नित-नई परेशानी खड़ी करने के लिए कुख्यात महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने एक बार फिर उद्दण्डता और निर्लज्जता का परिचय देते हुए...

बेशर्मी और निर्लज्जता की हदें पार करते महामहिम!

संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों ने भी अब शर्म और हया के सारे पर्दों को उतार कर फेंक दिया है। ताजा मामला महाराष्ट्र के गवर्नर की कुर्सी पर बैठे भगत सिंह कोश्यारी का है। वह एक सीधा-सीधा संवैधानिक पद...

क्या भारत समाजवादी के बिना धर्मनिरपेक्ष गणतंत्र हो सकता है?

5 अगस्त 2020 को अयोध्या में राम-मंदिर के भूमि-पूजन की घटना बहुसंख्यक साम्प्रदायिकता की राजनीतिक-सामाजिक स्वीकृति पर मुहर कही जा सकती है। इस घटना पर संविधान और भारतीय गणतंत्र के हवाले से जितने लेख/न्यूज़-स्टोरी/सम्पादकीय/पार्टी-विज्ञप्तियां/टिप्पणियां आदि देखने में आए, उनमें...

रंज यही है बुद्धिजीवियों को भी कि राहत के जाने का इतना ग़म क्यों है!

अपनी विद्वता के ‘आइवरी टावर्स’ में बैठे कवि-बुद्धिजीवी जो भी समझें, पर सच यही है, इत्ते बड़े मुल्क में, एक सीधी सी बात को ऐसे खरेपन से कह देना, राहत इंदौरी के ही हिस्से में आया था। हिर्स करो,...

भूमि पूजन में मोदीः लोकतंत्र के गिरते स्वास्थ्य की खुली घोषणा

आने वाले पांच अगस्त को अयोध्या में हो रहे भूमि पूजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने को लेकर उन लोगोें की आपत्ति जायज है जिन्हें यह भारत के संविधान के खिलाफ लगता है। उन्हें यह भी याद...

पाठ्यपुस्तकों से सेकुलरिज्म समेत दूसरी लोकतांत्रिक अवधारणायें हटाने के साथ संघ का एक और एजेंडा पूरा

आखिरकार नरेंद्र मोदी सरकार ने टेक्स्ट बुक पर धावा बोल ही दिया। मीडिया की खबर के मुताबिक सीबीएससी की 11वीं कक्षा की पोलिटिकल साइंस की पाठ्य पुस्तक से “सेकुलरिज्म” (धर्मनिरपेक्षता) अध्याय को पूरी तरह से हटाया जा रहा है।...

विशेष आलेख: प्रचंड बहुमत से उभरती निरंकुशता और जनतंत्र का जमीनी सच

25 जून, 1975 को संविधान का सहारा लेकर इस देश के संवैधानिक लोकतंत्र और अवाम के साथ जो किया गया, क्या इन बीते 45 सालों में हमारे समाज और हमारी सियासत ने कोई सबक लिया? क्या आपातकाल यानी इमरजेंसी...

कन्हैया पर राजद्रोह मामलाः सरकने लगा है केजरीवाल के चेहरे से धर्म निरपेक्षता का नकाब

दिल्ली विधानसभा के चुनाव खत्म हो चुके हैं। केजरीवाल की प्रचंड जीत के बाद उनके चेहरे से धर्मनिरपेक्षता का नकाब अब धीरे-धीरे सरक रहा है। कल तलक कन्हैया कुमार को निर्दोष मानने वाली दिल्ली सरकार ने अब कन्हैया कुमार...

नागरिकता कानून की सुप्रीम कोर्ट में अग्नि परीक्षा

नागरिकता संशोधन कानून लागू होते ही उच्चतम न्यायालय में करीब 12 याचिकाएं दाखिल हो चुकी हैं। सभी याचिकाओं में इस कानून को असंवैधानिक, मनमाना और भेदभावपूर्ण करार देते हुए रद्द करने का अनुरोध किया गया है। इस मामले में...

संघ-भाजपा को अब सेक्युलरिज़्म की चिंता क्यों सताने लगी!

संघ और भाजपा के कट्टर समर्थकों को भले ही सांप सूंघ गया हो पर उनके प्रच्छन्न समर्थक खामोश नहीं हैं। बहुत से प्रच्छन्न समर्थक शिव सेना और कांग्रेस के साथ आने पर व्यंग्य करते हुए ऐसी टिप्पणियां कर रहे...

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ग्रेट निकोबार द्वीप की प्राचीन जनजातियों के अस्तित्व पर संकट, द्वीप को सैन्य और व्यापार केंद्र में बदलने की योजना

आज दुनिया भर में सरकारें और कॉर्पोरेट मुनाफ़े की होड़ में सदियों पुराने जंगलों को नष्ट कर रही हैं,...