Saturday, April 20, 2024

कांग्रेस का यूपी में ‘आधी जमीन’ को 40 का वादा, प्रियंका ने दिया- ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का नया नारा

‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’नारे के साथ यूपी में 40 प्रतिशत सीटों पर कांग्रेस महिला उम्मीदवार उतारेगी यह ऐलान उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पत्रकार वार्ता में कहा, “आज मैं पहले वादे के बारे में बात करने जा रही हूं। हमने तय किया है कि उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देगी।”

प्रियंका गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमारी प्रतिज्ञा है कि महिलाएं उत्तर प्रदेश की राजनीति में पूरी तरह से भागीदार होंगी। उन्होंने आगे कहा कि, “हम चाहते हैं कि राजनीति में महिलाएं सत्ता में पूर्ण भागीदार बनें। महिला राजनेता राज्य में नफ़रत की राजनीति को खत्म कर देंगी। ”
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि कांग्रेस का इस चुनाव में नारा ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’रहेगा। प्रियंका गांधी ने आगे कहा, “भारतीय राजनीति के पाठ्यक्रम को बदलने के लिए यह निर्णय लिया गया है। यह उन सभी महिलाओं के लिए है जिन्होंने मुझे प्रेरित किया है। ” उन्होंने कहा कि अगर उनका बस चलता तो महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत टिकट आरक्षित करतीं।

प्रियंका गांधी ने महिलाओं को चुनाव लड़ने का खुला ऑफर दिया है। उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव के लिए आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 15 नवंबर है। महिलाओं से आग्रह करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि आगे आयें और आवेदन करें। जो विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हैं वो आगे आएं और आवेदन करें। हम प्रदेश की राजनीति बदलेंगे।

उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि राजनीति में महिलाएं सत्ता में पूर्ण भागीदार बनें।”

पत्रकारों के सवालों के जवाब

प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों ने कांग्रेस महासचिव से कई सवाल पूछे जिनके जवाब प्रियंका गांधी ने दिये। पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस आगामी चुनाव में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर किसे पेश कर रही है, तो इसके जवाब में प्रियंका गांधी ने कहा , ‘‘अभी इस पर विचार नहीं किया गया है।” वहीं उनके चुनाव लड़ने के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस महासचिव ने कहा कि अभी इस बाबत कोई फैसला नहीं लिया गया है।

चुनाव में महिलाओं को इतनी अधिक भागीदारी देने संबंधी प्रश्न पर उन्होंने कहा ”मेरा बस चलता तो मैं उत्तर प्रदेश चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत की भागीदारी देती।’’

कांग्रेस महासचिव से पत्रकारों ने पूछा कि क्या 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देने का फार्मूला अन्य चुनावी राज्यों में भी लागू किया जायेगा इस पर प्रियंका गांधी ने कहा कि ”मैं उत्तर प्रदेश की चुनाव प्रभारी हूं यहां के बारे में बता सकती हूं ।” वहीं लिस्ट को लेकर प्रियंका ने कहा कि महिलाओं की लिस्ट अभी तैयार नहीं है, अगले महीने तक सब कुछ फाइनल हो जाएगा।

पत्रकारों द्वारा महिला उम्मीदवारों के चयन के सवाल पर प्रियंका गांधी ने आगे स्पष्ट किया कि पार्टी का टिकट सिर्फ़ जाति या धर्म के आधार पर नहीं बल्कि योग्यता के आधार पर दिया जाएगा।

किसके लिये, किसकी प्रेरणा से महिलाओं की 40 प्रतिशत भागीदारी

प्रियंका ने कहा कि यह फैसला सभी महिलाओं के लिए है जिन्होंने मुझे प्रेरित किया है। इस मौके पर उन्होंने कई महिलाओं का नाम लेकर उनका विशेष तौर पर ज़िक्र किया। उन्होंने कहा, “यह फैसला चंदौली में शहीद सिपाही की बहन वैष्णवी के लिए है। जिन्होंने मुझे कहा कि उनके भाई शहीद हो गए लेकिन वह पायलट बनना चाहती हैं। यह निर्णय उन्नाव की उस लड़की के लिए है जिसे जलाया गया, मारा गया। उसकी भाभी के लिए है जो आज भी संघर्ष कर रही हैं और उनकी 9 साल की बेटी के लिए है जिसे स्कूल में धमकाया गया। यह निर्णय हाथरस की उस मां के लिए है जिसने मुझे गले लगाकर कहा कि उसे न्याय चाहिए। यह निर्णय रमेश कश्यप की बेटी के लिए है जो बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती है। प्रियंका ने आगे कहा कि यह निर्णय उत्तर प्रदेश की हर महिला और बेटी के लिए है’।

प्रियंका गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 2019 के चुनाव प्रचार के दौरान जब वो उत्तर प्रदेश आई थीं तो इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की कुछ लड़कियां उनसे मिलीं। छात्राओं ने उनसे मिलकर बताया कि किस तरह से यूनिवर्सिटी और हॉस्टल के नियम कानून उनके लिए अलग थे और पुरुषों के लिए अलग। ये निर्णय उनके लिए लिया है। यह निर्णय मैंने हर उस महिला के लिए लिया है, जिसने गंगा यात्रा के दौरान मेरे नाव को वापस गंगा तट पर बुलाकर कहा कि मेरे गांव में पाठशाला नहीं है। मैं अपने बच्चों को पढ़ाना चाहती हूं।

प्रियंका गांधी ने कहा कि यह निर्णय प्रयागराज की एक लड़की पारो के लिए लिया गया है जिसने मेरा हाथ पकड़कर कहा दीदी बड़ी होकर मैं नेता बनना चाहती हूं। इस दौरान प्रियंका गांधी ने उन्नाव और हाथरस की घटना का जिक्र करते हुए कहा यह निर्णय इन सबके के लिए है। लखनऊ स्थित कांग्रेस कार्यालय पर प्रेस वार्ता करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि यह निर्णय उत्तर प्रदेश की उस हर एक महिला के लिए है जो बदलाव चाहती है, न्याय चाहती है जो एकता चाहती है।

प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि सीतापुर में मुझे कहां ले गए मुझे पता भी नहीं चला, पर जब मैंने महिला पुलिस कर्मियों को देखा तो अंदाजा हुआ कि वो कैसे काम करती हैं। यह सब मेरे दिमाग़ में था, मैं इसीलिए कहती हूं कि यह निर्णय हर किसी के लिए है। मैं यूपी के निर्णय ले सकती हूं। बाक़ी राज्यों में होगा या नहीं मैं नहीं कह सकती। उन्होंने कहा कि बस कांग्रेस ही है जो जनता की लड़ाई लड़ती हुई नज़र आ रही है। समाजवादी हो बसपा हो कोई लड़ ही नहीं रहा। जीतने के लिए लड़ना पड़ता है।

मायावती ने किया हमला

वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव में 40 प्रतिशत महिला उम्मीदवारों को टिकट देने के एलान पर बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष ने हमला बोला है। बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि – ” कांग्रेस जब सत्ता में होती है व इनके अच्छे दिन होते हैं तो इनको दलित, पिछड़े व महिलाएं आदि याद नहीं आते, किन्तु अब जब इनके बुरे दिन नहीं हट रहे हैं तो पंजाब में दलित की तरह यूपी में इनको महिलाएं याद आई हैं व उन्हें 40 प्रतिशत टिकट देने की घोषणा इनकी कोरी चुनावी नाटकबाजी है’।

बसपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि – “महिलाओं के प्रति कांग्रेस की चिन्ता अगर इतनी ही वाजिब व ईमानदार होती तो केन्द्र में इनकी सरकार ने संसद व विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का कानून क्यों नहीं बनाया? कांग्रेस का स्वभाव है ’कहना कुछ व करना कुछ’ जो इनकी नीयत व नीति पर प्रश्नचिन्ह खड़े करता है।

पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आगे कहा है कि “यूपी व देश में महिलाओं की आधी आबादी है तथा इनका हित व कल्याण ही नहीं बल्कि इनकी सुरक्षा, आदर-सम्मान के प्रति ठोस व ईमानदार प्रयास सतत् प्रक्रिया, जिसके प्रति मजबूत इच्छाशक्ति जरूरी, जो कांग्रेस व भाजपा आदि में देखने को नहीं मिलती है जबकि बीएसपी ने ऐसा करके दिखा दिया है।”

गौरतलब है कि चुनाव आयोग के अनुसार, 2017 में राज्य विधानसभा चुनाव में राज्य का कुल मतदान प्रतिशत 61.04 प्रतिशत था। पुरुष मतदाताओं के 59.15 प्रतिशत की तुलना में महिला मतदाताओं का मतदान प्रतिशत 63.31 प्रतिशत रहा था ।
(जनचौक के विशेष संवाददाता सुशील मानव की रिपोर्ट।)

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