Friday, April 19, 2024

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नई शिक्षा नीति पर टिप्पणी: प्राथमिक स्तर से ही होनी चाहिए पढ़ाई की समान व्यवस्था

नयी शिक्षा नीति के अनुसार प्राथमिक शिक्षा जो मातृभाषा में देने की बात की गई है, वह क्या केवल सरकारी स्कूलों के लिये ही है या सभी कॉन्वेंट और पब्लिक स्कूलों के लिये भी है ? सरकार न तो उद्योग...

छात्रों-युवाओं के लिए कितनी कारगर है नई शिक्षा नीति?

(केंद्र सरकार की ओर से घोषित नई शिक्षा नीति पर समाज के बुद्धिजीवी तबके में बहस जारी है। लेकिन अभी इस पर किसी तरह की आम सहमति नहीं बन पा रही है। यहां तक कि सरकार विरोधियों में इस...

नई शिक्षा नीति पर आइसा: पूंजी की सरपरस्ती में असमानता के स्थायित्व का नया दस्तावेज है नई शिक्षा नीति

(केंद्र सरकार द्वारा घोषित नई शिक्षा नीति को लेकर बेहद ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। दरअसल नई शिक्षा नीति का दस्तावेज 200 पेजों का है। लेकिन उसने अभी पूरा दस्तावेज सार्वजनिक नहीं किया है। इसमें अभी तक केवल...

नई शिक्षा नीति, सुल्ताना डाकू और प्रेमचंद में आखिर क्या हो सकता है रिश्ता?

140 वर्ष पूर्व पैदा हुए प्रेमचंद के लेखन और अब घोषित शिक्षा नीति में क्या संगत सम्बन्ध हो सकता है? गांधी के दांडी मार्च (12 मार्च-6 अप्रैल), सविनय अवज्ञा आन्दोलन के समानांतर प्रेमचंद ने ‘हंस’ के अप्रैल 1930 अंक...

भारत-नेपाल विवाद और कालापानी का सच

नवम्बर 1814 से मार्च 1816 तक नेपाल (जिसे उस समय गोरखा अधिराज्य कहा जाता था) और भारत पर शासन कर रही ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच युद्ध चला जिसमें नेपाल को पराजय का सामना करना पड़ा। 4 मार्च 1816...

क्यों असफल हो रही है मोदी की विदेश नीति?

कोरोना संकट के दौरान अगर आप ने अख़बारों को ध्यान से पढ़ा होगा तो एक ‘पैटर्न’ आप ने ज़रूर नोटिस किया होगा। बहुत सारे लेख ऐसे प्रकाशित किए गये जिनमें इस बात का दावा किया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र...

आर्थिक आत्मनिर्भरता : भाषण नहीं लोकोन्मुखी बदलाव से आएगी

घर-वापसी के लिए निकले मजदूरों के प्रति सामान्य राय है कि वे रोज कमाने-खाने वाले लोग हैं। यह कोई नहीं पूछ रहा कि हमारे अर्थतंत्र में आखिर कौन-सी कमी है जो अपने मेहनतकश वर्ग को आपद्काल में दो-चार महीने...

कोरोना जनित मोदी काल में नाजुक दौर में पहुंची देश की स्वास्थ्य और शिक्षा: आरटीई फोरम

पटना। 26 मई को राइट टू एजुकेशन फोरम के बिहार चैप्टर द्वारा “बिहार में शिक्षा और बाल अधिकारों का परिदृश्य : कोरोना संकट और लॉक डाउन का विशेष संदर्भ” विषय पर एक ज़ूम वेब संवाद का आयोजन किया गया,...

क्या कोरोना की चुनौती का सामना कर पाएंगे सत्ताधीश?

कोरोना शायद पहली विपदा है जिसने मानवीय जीवन को संचालित करने वाली सभी संस्थाओं को बुरी तरह झकझोर दिया है। इसमें राजनीतिक, आर्थिक तथा  धार्मिक संस्थाएं शामिल हैं। सबसे ज्यादा असुरक्षा धार्मिक संस्थाओें में दिखाई दे रही है। इसके...

केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों के खिलाफ वाम कतारें उतरीं सड़कों पर

नई दिल्ली/पटना। देश में गहराते आर्थिक संकट, भयानक मंदी और अर्थव्यवस्था के लगभग सभी क्षेत्रों में गिरावट के खिलाफ वाम दलों की ओर से आज राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन आयोजित किया गया। इसके तहत देश के अलग-अलग शहरों में कार्यक्रम में हुए। राजधानी दिल्ली...

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वामपंथी हिंसा बनाम राजकीय हिंसा

सुरक्षाबलों ने बस्तर में 29 माओवादियों को मुठभेड़ में मारे जाने का दावा किया है। चुनाव से पहले हुई इस घटना में एक जवान घायल हुआ। इस क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय माओवादी वोटिंग का बहिष्कार कर रहे हैं और हमले करते रहे हैं। सरकार आदिवासी समूहों पर माओवादी का लेबल लगा उन पर अत्याचार कर रही है।