Thursday, April 25, 2024

Social Justice

भारत जोड़ो न्याय यात्रा और बुलडोजर न्याय के साए में होने वाले आम चुनाव का महत्व ?

सामने है-2024 का आम चुनाव। चुनावी माहौल में चल रही है भारत जोड़ो न्याय यात्रा। अचरज की बात है, देखते-देखते बेखौफ बुलडोजर न्याय का उल्लसित प्रतीक बनता चला गया! वह दिन दूर नहीं जब, गोली-बंदूक न्याय का प्रतीक बन...

दलित-आदिवासियों के सामाजिक न्याय पर एक और प्रहार है मोदी सरकार का अंतरिम बजट

रांची। एक फरवरी को केन्द्रीय मंत्री डॉ निर्मला सीतारमन ने 51,08,780 करोड़ रुपये का अंतरिम बजट पेश किया है। इसमें अनुसूचित जाति के कल्याण के लिए कुल 1,65,598 करोड़ रुपये और अनुसूचित जनजातियों के लिए 1,21,023 करोड़ रुपये आवंटित...

गांधी पुण्यतिथि पर समाजिक न्याय और धार्मिक सौहार्द के लिए निकली संविधान यात्रा

नीमच। गांधी विचार की संस्था "गांधी 150" द्वारा 30 जनवरी को गांधी पुण्यतिथि पर मंदसौर के तहसील मनासा में संविधान यात्रा निकाली गई। यात्रा में संविधान की प्रस्तावना का वितरण, वाचन एवं शपथ ली गई। साथ ही गांधी के...

यूपी सरकार भूमिहीन गरीब परिवारों को दे आवासीय भूमि और आजीविका के लिए एक एकड़ जमीन

कानपुर। 11 जनवरी 2024,  उत्तर प्रदेश के दलित, आदिवासी, अति पिछड़े भूमिहीन गरीब परिवारों को आवासीय भूमि और आजीविका के लिए एक एकड़ जमीन देने की मांग कानपुर के राम आसरे भवन में कल आयोजित सामाजिक न्याय कन्वेंशन में...

दलित अधिकार और सामाजिक न्याय के लिए 4 दिसंबर को दिल्ली में 100 से ज्यादा संगठनों की रैली

हमारे देश में शोषण की व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हथियार है जाति व्यवस्था, जो शोषितों को अपने उत्थान के अवसरों तथा साधनों से महरूम कर देती है। सदियों की जाति व्यवस्था ने जहां शोषित जातियों को आर्थिक और सामाजिक...

कर्नाटक में उलझती जा रही है सामाजिक न्याय की गुत्थी

नई दिल्ली। देश में राहुल गांधी ओबीसी, दलित और आदिवासियों के लिए सामाजिक-आर्थिक न्याय की मांग को अपनी हर चुनावी सभा में उठा रहे हैं, जबकि दूसरी ओर कर्नाटक में इसी को आधार बनाकर राज्य विधानसभा की 224 सीटों...

महिलाओं के लिए सामाजिक न्याय की लड़ाई कौन लड़ेगा?

नई दिल्ली। बिहार में ओबीसी, अति पिछड़ों एवं दलितों के लिए सामाजिक न्याय की मुहिम के लिए नीतीश सरकार द्वारा जातिगत जनगणना की पहल एक मील का पत्थर साबित होने जा रही है। बिहार के सामंती मिजाज एवं बड़ी...

पत्रकारों पर छापे सामाजिक न्याय पर हो रही बहस से ध्यान भटकाने की साजिश तो नहीं?

सुबह सुबह खबर मिली कि पत्रकार उर्मिलेश, अभिसार शर्मा, औनिंद्यो चक्रवर्ती और इतिहासकार सोहेल हाशमी के घर पुलिस पहुंची है। यह छापा और पूछताछ आतंकवाद के समर्थन के आरोप में यूएपीए की धाराओं के अंतर्गत दर्ज एक एफआईआर के...

भारत में हर स्तर पर सामाजिक न्याय की गारंटी बेहद ज़रूरी

इतिहास गवाह है कि शताब्दियों से मानव, सामाजिक न्याय प्राप्त करने के लिए निरंतर भटकता रहा है और इसी कारण दुनिया में कई युद्ध, क्रांति, बगावत, विद्रोह हुये हैं जिसके कारण अनेक बार सत्ता परिवर्तन हुए हैं। अगर भारत...

258 जिलों में अभी भी जारी है, हाथ से मैला ढोने की प्रथा: सामाजिक न्याय मंत्रालय की रिपोर्ट 

दूसरों के मल को अपने हाथों से ढोना बेहद अमानवीय है। ये अमानवीय प्रथा सदियों से हमारे देश में एक मान्य प्रथा की तरह चलती आ रही है। सरकार यह कहती रही है कि पिछले कुछ वर्षों में देश...

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प्रधानमंत्री की भाषा: सोच और मानसिकता का स्तर

धरती पर भाषा और लिपियां सभ्यता के प्राचीन आविष्कारों में से एक है। भाषा का विकास दरअसल सभ्यता का...