Friday, April 26, 2024

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हमारे बाप दादा पुश्तैनी जल, जंगल, जमीन बचाने के लिए लड़े थे! हम भी लड़ेंगे: बोध घाट परियोजना से प्रभावित एक आदिवासी

बस्तर। पिछले चार दशक से बंद पड़ी बोध घाट परियोजना का जिन्न फिर से बाहर निकल आया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा विधानसभा में राज्य के सालाना बजट में बोधघाट परियोजना को शुरू किए जाने का प्रस्ताव पेश...

तुलसीराम के जन्मदिन पर विशेष: ‘मुर्दहिया’ में भूख, ग़रीबी और अंधविश्वास के चित्र

भारतीय साहित्य में अपनी पहली ही कृति आत्मकथा 'मुर्दहिया' से तुलसीराम हिन्दी साहित्य और दलित साहित्य में कालजयी लेखकों की प्रथम पंक्ति में शामिल हो गए। इसका कारण उनका एक दलित होने के कारण स्वयं भोगे भूख-गरीबी, कष्ट, दारूणता,...

प्रवासी श्रमिकों का बहुलांश दलित एवं पिछड़ी जातियां हैं

(इंडियन एक्सप्रेस में 9 जून को प्रकाशित सर्वे के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी आपदा के बाद अपने घरों को पलायन करने वाले श्रमिक दलित एवं पिछड़ी जातियों से हैं) भारत में कोरोना वायरस आपदा के शुरू होने के पश्चात बड़े...

मनरेगा पर सोनिया गांधी: यह वक्त कांग्रेस बनाम बीजेपी का नहीं बल्कि लोगों के जीवन को बचाने का है

नई दिल्ली। (कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मनरेगा स्कीम को लेकर एक खुला पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि मनरेगा ग्रामीणों के लिए जीवन आधार का काम कर रही है। हालांकि एनडीए सरकार ने उसे खत्म करने की...

विश्व पर्यावरण दिवस: वनाधिकारों को जमीन पर उतारने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के सैकड़ों गांवों में प्रदर्शन

रायपुर। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर आज छत्तीसगढ़ के आदिवासी अधिकार और वनाधिकार पर काम करने वाले संगठन अलग-अलग जिलों और गाँवों में वनाधिकार विशेषकर सामुदायिक अधिकार दिलाने की मांग पर सांकेतिक प्रदर्शन कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण...

निर्धनता का न्यायशास्त्र

उन्होंने बॉर्डर पर पानी भरे लोटे में नमक डालते हुए कहा "जा रहे हैं अपने घर और फिर कभी लौट कर नहीं आयेंगे।” संकल्प कहने लगा "देश आज़ाद हो गया। मगर बंधुआ मजदूरी ख़त्म नहीं हुई। हम बंधुआ मज़दूरों...

शहर छोड़ने वाले मजदूरों को पीसने के लिए तैयार है गांव की जातिवादी चक्की

बिहार के गाँवों से बहुत सारे मज़दूर दो पैसा कमाने के लिए दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात जैसे राज्यों में पलायन करते हैं। कोरोना संकट के बाद अब वे मजबूरन घर लौट रहे हैं। मगर क्या गाँव उनको...

न कोरोना की टेस्टिंग होगी, न घर लौट पाएंगे मजदूर!

ओडिशा हाईकोर्ट ने कहा है कि बगैर जांच के प्रदेश में किसी को नहीं लाया जाए। इस आदेश के साथ ही प्रवासी मजदूरों के अपने प्रदेश को लौटने का सपना धराशायी हो गया। काश! ऐसा ही आदेश हिन्दुस्तान की...

मजदूरों की महायात्रा के अर्थ !

माथे पर बोझ लिए, छोटे-छोटे बच्चों का हाथ थामे या शिशुओं को गोद में उठा कर लगातार भागी जा रही भीड़ ने सब कुछ उघाड़ कर रख दिया है। विश्व की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक मानी जाने वाली भारतीय अर्थव्यवस्था के चेहरे का पाउडर धुल चुका है। चिलचिलाती...

असंगठित क्षेत्र और दिहाड़ी मज़दूरों की परवाह से ही पटरी पर लौटेगी अर्थव्यवस्था

भारत के 90 फ़ीसदी लोगों का गुज़र-बसर असंगठित क्षेत्र और दिहाड़ी मज़दूरी के ज़रिये ही होती है। अर्थव्यवस्था में इस तबके का वही मतलब है जो शरीर की कोशिकाओं का है। देश के 90 फ़ीसदी लोगों का भरण-पोषण यही...

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गैर-बराबरी के मुद्दे पर गुमराह करने में जुटे मोदी

इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धन के पुनर्वितरण की सोच को निशाने पर लिया है। वे तथ्यों का...