बीजेपी की सत्ता में जिंदा रहना ही विकास!

दुनिया के कई देश गृहयुद्ध की भयावहता को झेल चुके हैं और आज भी उस परिस्थिति से गुजर रहे हैं,…

मौजूदा भारतीय संदर्भ के जटिल प्रश्न और पब्लिक इंटैलेक्चुअल की भूमिका!

पिछले दिनों अंग्रेजी में लिखने-पढ़ने और बोलने वाले बड़े लेखक का एक डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इंटरव्यू सुन रहा था।…

योगी की जिद पर भारी पड़ा बंद समर्थकों का हौसला! लाठीचार्ज, नजरबंदी और गिरफ्तारियों में बीता दिन

कृषि के काले कानूनों के खिलाफ आज किसान संगठनों ने ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है। अन्नदाता की इस लड़ाई…

सत्ता ‘रंग-नुमाइश’ कराती है, ताकि रंगकर्म का विचार मर जाए!

रंगकर्म माध्यम है, यह सोचने या मानने वाले अधूरे हैं। वो रंगकर्म को किसी शोध विषय की तरह पढ़ते हैं…

जब निरंकुश सत्ताओं के लिए चुनौती बन गए व्यंग्यकार!

मशहूर साहित्यकार हरिशंकर परसाई व्यंग्य के विषय में कहते थे– “व्यंग्य जीवन से साक्षात्कार करता है, जीवन की आलोचना करता…

अब हिंदुत्व के सहारे चलेगी अरविंद के सत्ता की नांव!

दिल्ली के इतिहास में पहली बार राज्य सरकार ने सरकारी तामझाम और टीवी समेत तमाम विज्ञापनों के जरिए इस साल…

‘हिज मास्टर्स वॉयस’ में बदल गया भागवत का संबोधन

यह सच है कि मोहन भागवत के विजया दशमी के कर्मकांडी भाषण का संघ के एक पूर्व कट्टरतावादी प्रचारक की…

छत्तीसगढ़ः 15 साल की सत्ता की खुमारी से बाहर नहीं आ पा रहा विपक्ष

छत्तीसगढ़ में 15 वर्षों तक सत्ता पर काबिज रहने के बाद बुरी तरह पराजित होकर बहुत ही सीमित सीटों पर…

मोदी के मायावी गुब्बारे की हवा निकालने के लिए सच्चाई की एक छोटी सुई ही काफी

कांग्रेस का संकट आखिर है क्या? क्या पिछले दो लोकसभा चुनावों और लगभग इसी कालखंड में हुए अनेक विधानसभा चुनावों…

छत्तीसगढ़ः सरकारी नीतियों पर सवाल उठाने वाले पत्रकारों का हो रहा है आखेट

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सरकारी नीतियों के खिलाफ कलम चलाने वाले पत्रकारों का लगातार उत्पीड़न हो रहा है। ऐसे पत्रकारों को…