Thursday, March 28, 2024

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जहांगीरपुरी में जुलूस निकालने वाले बाहरी थे, पुलिस की भूमिका संदिग्ध : फैक्ट फाइंडिंग टीम 

नई दिल्ली। वाम दलों सीपीआई (एम), सीपीआई, सीपीआई (एमएल), फॉरवर्ड ब्लॉक की एक फैक्ट फाइंडिंग टीम ने 17 अप्रैल 2022 को जहांगीरपुरी-सी ब्लॉक के सांप्रदायिक हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। प्रभावित क्षेत्र के निवासी - दोनों समुदायों के...

ग्राउंड रिपोर्ट: क्यों है बिहार में सबसे ज्यादा सांप्रदायिक हिंसा?

पटना। 2 फरवरी, 2022 को केेंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय द्वारा राज्यसभा में दी गयी सूचना के अनुसार (NCRB डाटा) 2018-2020 के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में सांप्रदायिक दंगों के कुल 1,807 मामले दर्ज किए गए हैं।...

आखिर क्या है हिजाब विवाद के पीछे का सच?

चूंकि हिजाब को लेकर पिछले एक सप्ताह से विवाद रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है, और इसके पक्ष और विपक्ष में जितने धरने-प्रदर्शन हो रहे हैं, उससे कई हजार गुना यह बात करोड़ों भारतीयों के बीच में...

130 से ज्यादा महिला और लोकतांत्रिक संगठनों ने हिजाब पहनने वाली मुस्लिम छात्राओं को निशाना बनाने पर जताया रोष

नई दिल्ली। कर्नाटक में हिजाब को लेकर सांप्रदायिक ताकतों द्वारा किए गए उन्माद पर महिला समेत तमाम जनवादी संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। 15 राज्यों के 130 से अधिक संगठनों और लगभग 3000 लोगों द्वारा समर्थित इस...

धार्मिक कट्टरपंथियों के तीखे आलोचक थे नेताजी सुभाषचन्द्र बोस

देश इस साल नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की 125वीं जयंती मना रहा है। इसी के मद्देनजर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की घोषणा के अनुसार 23 जनवरी को नेताजी के जन्मदिवस को ‘पराक्रम दिवस' के रूप में मनाया इस वर्ष से मनाये...

द्रोहकाल में चुनाव और चुनाव में प्रार्थना

इतिहास अपने को दोहराता है। एक बार फ़िर संसार पिछली सदी के शुरूआती दिनों के दौर में पहुँच गया है। शासकों और शासितों में बंटे हुए समाज अब शासक समर्थक और शासक विरोधी समाजों में विभाजित हो गए हैं।...

गुजरात:भरवाड़ हत्या को सांप्रदायिक रूप देकर ग्रामीण इलाकों में बीजेपी करना चाहती है विस्तार

अहमदाबाद। धंधुका, अहमदाबाद जिले की एक तहसील है, जिसका एक हिस्सा सौराष्ट्र प्रांत में लगता है। ग्यारहवीं और बारहवीं सदी के मध्य में राजा धाना मेर ने धानापुर की स्थापना की थी। धंधुका की दूरी अहमदाबाद शहर से 105...

सांप्रदायिकता के धुर विरोधी थे नेताजी सुभाष चंद्र बोस

सुभाष बाबू 1938 के कांग्रेस अधिवेशन में कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे। उनके अध्यक्ष बनने के बाद ही कांग्रेस में वैचारिक संघर्ष भी छिड़ गया था। वे 1921 से 1940 तक कांग्रेस में रहे। फिर उनका कांग्रेस से मोहभंग...

चुनावी पाबंदियों के बाद इलेक्ट्रानिक मीडिया ने संभाली भाजपा रैलियों की भरपाई की कमान

कोरोना की तीसरी लहर के बीच पांच राज्यों  के विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित हो चुकी हैं। साथ ही निर्वाचन आयोग ने 15 जनवरी तक रैलियों रोड शो, नुक्कड़ सभाओं पर रोक लगा दी है। ऐसे में तमाम दलों...

अंग्रेजों ने इतिहास लेखन के जरिए भारत में बोया सांप्रदायिकता का बीज

(आज, हमारे आस-पास, नफरत का जो माहौल है, उसकी एक वजह, घृणित इतिहास लेखन भी है। और इसकी शुरुआत औपनिवेशिक काल से होती है। शायद इसकी शुरुआत, इलियट और डाउसन की 8 भागों में प्रकाशित (1849) पुस्तकों से होती...

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अमर्त्य सेन लेखकों-पत्रकारों को लंबे समय तक कैद में रखने का किया विरोध

नई दिल्ली। नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन सहित देश-विदेश के कई प्रसिद्ध शिक्षाविदों ने भारत में “बड़ी संख्या में...