Thursday, April 25, 2024

land

सुप्रीम कोर्ट में भूमि अधिग्रहण मामला: ईमानदार दिखना भी चाहिए योर ऑनर!

एक और सामजिक कार्यकर्ता गौतम नवलखा के मामले में एक के बाद एक 5 जज ने बिना कारण बताये अपने को सुनवाई से अलग कर लिया था लेकिन उच्चतम न्यायालय में भूमि अधि‍ग्रहण की धारा 24(2) की व्याख्या का ऐसा मामला...

सोनभद्र में आयोजित मजदूर-किसान मंच के सम्मेलन में उठी भूमि आयोग के गठन की मांग

सोनभद्र। आज यदि आरएसएस-भाजपा इतनी ताकतवर होकर उभरी हैं और देश में तानाशाही थोप रही हैं तो इसकी जिम्मेदारी सपा-बसपा-लालू मार्का कॉरपोरेट-सामंत परस्त बहुजन राजनीति को भी जाती है। 90 के दशक से शुरू हुई इस बहुजन राजनीति ने कभी भी मजदूर...

संसाधनों की लूट, नफरत व देश को बर्बाद करने वाली राजनीति को नेस्तनाबूत कर देंगे: दीपंकर भट्टाचार्य

लखनऊ/सोनभद्र। भाजपा आदिवासियों-दलितों से जल-जंगल-जमीन पर उनके पुश्तैनी अधिकारों को छीन लेना चाहती है। यह बात भाकपा (माले) के राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड दीपंकर भट्टाचार्य ने सात सितंबर को राबर्ट्सगंज (सोनभद्र) कचहरी परिसर में आयोजित आदिवासी अधिकार सम्मेलन में कही। उम्भा नरसंहार के...

क्या NHAI में देश का सबसे बड़ा घोटाला चल रहा है?

भारत सरकार का एक उपक्रम है भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानी NHAI , जो मोदीराज में अब बर्बादी की कगार पर पुहंच गया है। निर्माण परियोजनाओं की बढ़ती लागत और कर्ज का बोझ एनएचएआई के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा...

छत्तीसगढ़ में जबर्रा गांव को मिला अपने संसाधनों पर मालिकाना हक

दुगली (छत्तीसगढ़)। प्रदेश में पहली बार वन अधिकारों की मान्यता अधिनियम 2006 के अन्तर्गत सामुदायिक वन संसाधन अधिकार (CFR) छत्तीसगढ़ की तरफ से ग्राम जबर्रा (विकासखंड नगरी, जिला धमतरी) को वनाधिकार पत्र प्रदान किया गया। इस काम को सूबे के मुख्यमंत्री भूपेश...

जमीन का मसला हल नहीं हुआ तो बार-बार होते रहेंगे “सोनभद्र कांड”: जांच रिपोर्ट

(27 जुलाई 2019 को बनारस से नागरिक समाज और सामजिक कार्यकर्ताओं की एक जांच टीम सोनभद्र पहुंची। जांच टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और फिर अपनी रिपोर्ट सार्वजनिक की। पेश है पूरी...

10 लाख आदिवासियों के जंगल खाली करने के सुप्रीम कोर्ट के फरमान पर आखिरी फैसला आज

आज 24 जुलाई है आज एक बहुत ही महत्वपूर्ण कानून पर सुप्रीम कोर्ट मे सुनवाई होने वाली है, आप बस अभी इतना समझ लीजिए अगर ठीक से इसकी सुनवाई नही हो पायी तो सोनभद्र जैसे लोहमर्षक आदिवासी नरसंहार रोज रोज की बात...

योगी जी! अपनी नाकामियों का ठीकरा दूसरों के सिर फोड़ने की भी होती है सीमा

भूमाफिया द्वारा जमीन कब्जा करने के उद्देश्य से किये गए सोनभद्र के घोरावल नरसंहार के बाद सियासत गर्म हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराते हुए कहा कि इसकी नींव 1955 के कांग्रेस शासन काल...

अखिलेंद्र ने लिखा विपक्षी दलों को खुला खत, कहा- जमीन के सवाल को हल करने के लिए विधानसभा में एकजुट हों विपक्षी नेता

(सोनभद्र नरसंहार की घटना के बाद यूपी में जमीन का सवाल प्रमुख मुद्दा बनता जा रहा है। विशेष कर वाम-लोकतांत्रिक दलों से जुड़े नेताओं ने अब इसे उठाना शुरू कर दिया है। इसी सिलसिले में स्वराज अभियान के नेता अखिलेंद्र प्रताप सिंह...

भूमाफियाओं और दबंगों से अफसरों की साठ-गांठ का नतीजा है सोनभद्र का नरसंहार

भले ही इंसान जिंदगी के अंतिम समय में दो गज जमीन में ही सिमट कर रह जाए मगर जमीन पाने और उसे बढ़ाने के लिए कभी-कभी न केवल अपने जमीर को मार देता है बल्कि कई बार वह करीबी रिश्ते नातों...

Latest News

प्रधानमंत्री की भाषा: सोच और मानसिकता का स्तर

धरती पर भाषा और लिपियां सभ्यता के प्राचीन आविष्कारों में से एक है। भाषा का विकास दरअसल सभ्यता का...