Friday, March 29, 2024

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सीपीआई(एम) की 23वीं कांग्रेस: संघर्ष की नई वामपंथी रणनीति के एकजुट संकल्प की कांग्रेस 

केरल के कन्नूर शहर में सीपीआई (एम) की 23वीं कांग्रेस (6-10 अप्रैल 2022) पूरी भव्यता के साथ संपन्न हो गई। फिर से सीताराम येचुरी का महासचिव पद पर चुनाव और कुछ पुराने, जमे-जमाये नेताओं की विदाई और पोलित ब्यूरो...

संघ-भाजपा के सर्वसत्तावाद के विरूद्ध वैकल्पिक-राजनीति किधर है?

भारतीय़ जनता पार्टी और आरएसएस का सर्वसत्तावाद सन् 2022 में अपने विराट रूप में सामने आया है। यूपी सहित चार राज्यों के चुनाव में कामयाबी हासिल करने के बाद केंद्रीय सत्ता पहले से भी ज्यादा आक्रामक नजर आ रही...

जेएनयू हिंसा में दोषी जेल में होते तो क्या होता दोबारा हिंसक संघर्ष?

जेएनयू में 5 जनवरी 2020 में हुई हिंसा की जांच अभी पूरी नहीं हुई है, गिरफ्तारी नहीं हुई है लेकिन दो साल बाद एक और हिंसा सामने है। हिंसा का स्वभाव एक जैसा है। हिंसक समूह वही है। वैचारिक...

ग्राउंड रिपोर्ट: क्यों है बिहार में सबसे ज्यादा सांप्रदायिक हिंसा?

पटना। 2 फरवरी, 2022 को केेंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय द्वारा राज्यसभा में दी गयी सूचना के अनुसार (NCRB डाटा) 2018-2020 के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में सांप्रदायिक दंगों के कुल 1,807 मामले दर्ज किए गए हैं।...

माकपा की कांग्रेस: कम्युनिस्टों की छोटी-बड़ी लाइन का द्वन्द्व 

भारत की नई लोकसभा के 2024 में निर्धारित चुनाव के लिए नई मोर्चाबंदी की आहट है जो तेज नहीं तो बेआवाज भी नहीं है। नई  मोर्चाबंदी 2022 में ही तय राष्ट्रपति चुनाव में कुछ हद तक साफ हो सकती...

नॉर्थ ईस्ट डायरी: मणिपुर में कांग्रेस ने वामपंथी राजनीतिक दलों के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन किया

मणिपुर में कांग्रेस पार्टी ने गुरुवार को 27 फरवरी और 3 मार्च को दो चरणों में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पांच वामपंथी राजनीतिक दलों के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन की घोषणा की। गठबंधन में वामपंथी दल...

वाम और जनवादी राजनीतिक दलों ने की आंदोलित छात्रों के दमन की निंदा

लेफ्ट और जनवादी राजनीतिक दलों ने प्रेस कांफ्रेंस करके रेलवे भर्ती बोर्ड में आंदोलित छात्रों के दमन और इलाहाबाद में युवा मंच संयोजक राजेश सचान की गिरफ्तारी की निंदा की है। नेताओं ने सचान की बिना तत्काल बिना शर्त...

चिली के राजनीतिक आकाश पर वाम का सूरज

19 दिसंबर, 2021 को संपन्न लैटिन अमेरिकी देश चिली के चुनाव परिणाम में वामपंथी मोर्चे के उम्मीदवार गैब्रियल बोरिस की अपने धुर दक्षिणपंथी प्रतिद्वंदी जोस एंतोनियो कास्त पर स्पष्ट जीत ने, 1970 में वहां के निर्वाचित समाजवादी राष्ट्रपति अलेंदे...

अब सचमुच नव-उदारवाद की कब्रगाह बनेगा चिली?

चिली वामपंथी राष्ट्रपति चुनने वाला इस साल (2021) तीसरा लैटिन अमेरिकी देश बना है। चिली के इतिहास की वजह से गैब्रियाल बोरिच का वहां राष्ट्रपति चुना जाना कुछ अधिक खास है। लैटिन अमेरिका में चिली ही पहला देश था,...

सीपी कमेंट्री: चे ग्वेरा की क्रांतिकारी विरासत का नया चेहरा हैं चिली के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक

चिली में युवा वामपंथी, गेब्रियल बोरिक की राष्ट्रपति चुनाव में जीत अमेरिका जैसे साम्राज्यवादियों को चौंकाने वाली नहीं है, चिंताजनक भले हो। ये जीत दुनिया भर में तानाशाही, सैन्यवाद, फासीवाद के खिलाफ और लोकतंत्र की हिफाजत के लिए अरसे...

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भारती इंटरप्राइजेज से बीजेपी को चंदा मिलने के बाद मोदी सरकार ने बदल दी टेलीकॉम पालिसी! 

नई दिल्ली। 2012 में जब सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा आवंटित किए गए 122 टेलीकॉम...