Saturday, April 20, 2024

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ग्राउंड रिपोर्टः चंदौली में करेमुआ ब्रांड का बैंगन लील गई नौकरशाही…!

उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले का सबसे खुशहाल गांव करेमुआ अब बेनूर हो गया है। बैंगन और परवल की खेती के दम पर समूचे पूर्वांचल में अपनी तरक्की की गाथा लिखने वाला यह गांव अब इसलिए बेजार हो गया क्योंकि यहां...

नौकरशाही के रास्ते यदि सेना भी गयी तो फिर बचेगा क्या?

जून का महीना देश की फ़िक्र करने वालों की चिंता बढाने वाली खबरों का महीना रहा। मध्य प्रदेश के सतना जिले की एक तस्वीर सामने आयी जिसमें जिले का कलेक्टर और नगर निगम का कमिश्नर आरएसएस के एक कार्यक्रम में...

अंडमान में सेक्स के बदले नौकरी में पूर्व मुख्य सचिव और श्रम आयुक्त फंसे, एसआईटी के समक्ष पेश होने का हाईकोर्ट का निर्देश

अंडमान में 'सेक्स के बदले नौकरी' रैकेट के खुलासे से नौकरशाही में हड़कम्प मच गया है। इस मामले में मुख्य आरोपी कोई और नहीं बल्कि अंडमान और निकोबार (ए एंड एन) द्वीप समूह के पूर्व मुख्य सचिव, जितेंद्र नारायण...

उत्तराखण्ड की नौकरशाही पर मुख्यमंत्री के करीबी की पुलिसिया हुकूमत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की करीबी के चलते 1996 बैच के आईपीएस अभिनव कुमार की उत्तराखण्ड की सत्ता के गलियारे में धाक कम होने का नाम नहीं ले रही है, जबकि शासन में बैठी आईएएस ही नहीं बल्कि पीसीएस...

लोकतान्त्रिक लिबास में ‘राजा’

पूरे पचहत्तर साल बाद भी हमारा लोकतंत्र अपने शैशवकाल में ही है। अक्सर पालने में पड़ा-पड़ा ‘अहंकार विसर्जन’ करता, अपने डायपर गीले करता रहता है; सोशल मीडिया और थोड़ा बहुत सामान्य मीडिया तन्त्र चीख-चीख कर जब इसे उजागर करता...

ग्राउंड रिपोर्ट:‘मध्य गंगा नहर परियोजना’ के रास्ते का रोड़ा बनी सूबे की लालफीताशाही

अमरोहा। साल 2003 में फसलों की सिंचाई के लिए केन्द्रीय जल आयोग ने 13 परियोजनाओं पर स्वीकृति की मुहर लगाई थी। अंतिम तेहरवीं परियोजना मध्य गंगा नहर परियोजना स्टेज टू के नाम से थी, जिसका निर्माण बिजनौर बैराज से...

नतीजे से पहले ही विवादास्पद हुआ यूपी का चुनाव

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे चाहे जो भी हों पर चुनावी परिदृश्य में सत्ताधारी दल के लिए कुछ भी सहज नहीं दिख रहा था। लेकिन टीवीपुरम के ‘एक्जिट पोल’ 7 मार्च से ही भारतीय जनता पार्टी की जीत...

मोदी-शाह युग का अंत हो चुका है !

बंगाल में मोदी-शाह ने अपनी सारी शक्ति झोंक दी थी । किसी भी मामले में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी । पर जब जनता डट जाए तो क्या होता है, बंगाल इसका उदाहरण है । अब तो साफ़ है कि...

धीरे-धीरे मूढ़तंत्र में तब्दील हो रहा है देश

अगर पिछले सात साल के गवर्नेंस की समीक्षा करें तो आप पाएंगे कि, हम एक ऐसे शासन तंत्र के अधीन शासित हो रहे हैं, जिसकी न कोई अर्थनीति है, न विदेशनीति, न गृहनीति और न ही लोककल्याण की ही...

भ्रष्टाचार के नये पायदान तय करता भारत

गत वर्ष ट्रांस्पेरेन्सी इंटरनेशनल द्वारा जारी करप्शन पर्सेप्शन्स इंडेक्स- 2020 में भारत को 180 देशों की सूची में 86वें पायदान पर रखा गया है। गौरतलब है कि हर साल दुनिया भर में भ्रष्टाचार की स्थिति को बताने वाला यह...

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भारी संख्या में मतदान बहिष्कार ने खोल दी विकास के दावों की पोल

लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का चुनाव अभियान राजनीतिक दलों और मतदाताओं की खामोशी के चलते अभूतपूर्व ढंग...